Home क्रिकेट Shubhman Gill: शुभमन गिल कैसे आए डेंगू से बाहर, गिल के रिवकरी...

Shubhman Gill: शुभमन गिल कैसे आए डेंगू से बाहर, गिल के रिवकरी की कहानी डॉक्टर की जुबानी

2650

Shubhman Gill: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार सलामी शुभमन गिल बल्लेबाज डेंगू बुखार से उबरने के बाद पाकिस्तान के खिलाफ महामुकाबले में खेलने उतरे। जबरदस्त लय में चल रहे शुभमन गिल वर्ल्ड कप शुरू होने से ठीक पहले डेंगू बुखार से पीड़ित हो गए, जिसके बाद टीम इंडिया के फैंस और मैनेजमेंट हर कोई टेंशन में आ गया। इस युवा बल्लेबाज के बिना भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में उतरना पड़ा। लेकिन उनके फिट होते ही पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे मैच में उन्हें मैदान में उतार दिया गया।

Shubhman Gill
Shubhman Gill

शुभमन गिल के डेंगू से उबरने की पूरी कहानी

8 अक्टूबर रविवार को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले मैच से ठीक पहले डेंगू ने शुभमन गिल को जकड़ लिया। इसके बाद चेन्नई के ही कावेरी अस्पताल में उनका इलाज चला। जहां डेंगू से उबरने के लिए उनका पूरी तरह से ख्याल रखा गया और उन्हें इस बुखार से जल्द से जल्द बाहर लाया गया। डेंगू से उबरने की उनकी जर्सी बड़ी चुनौतीपूर्ण रही। जिसका खुलासा हुआ है। कावेरी हॉस्पिटल में उनका इलाज करने वाले एक डॉक्टर ने गिल के इस बुखार से निकलने की पूरी कहानी साझा की है।

Shubhman Gill
Shubhman Gill

ये भी पढ़े-  ICC WC 2023: भारत और पाकिस्तान के बीच सबसे बड़े मुकाबले के लिए हो जाएं तैयार, जानें अनुमानित प्लेइंग-11, कहां देखें मैच, ड्रीम-11 की भविष्यवाणी, कैसा होगा पिच और मौसम का हाल

कावेरी अस्पताल के डॉक्टर शिवराम कन्नन ने बताया कैसे हुआ गिल का इलाज

डॉक्टर शिवराम कन्नन ने क्रिकबज के साथ बात करते हुए कहा कि,“एक युवा व्यक्ति, एक एथलीट, आमतौर पर जल्दी ठीक हो जाता है। वह पूरी तरह से सहयोगी और चौकस थे। हमने जो भी कहा, उन्होंने उसका पालन किया। वह भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच की शाम को आए और अगली शाम होटल वापस चले गए। हमारे पास हमारा मेल नर्स था, जो उन्हें समय पर इंजेक्शन और आईवी तरल पदार्थ देने के लिए एक वहां तैनात था।”

ये भी पढ़े- Rohit Sharma: रोहित शर्मा ने हासिल की एक और खास उपलब्धि, बना डाला वनडे क्रिकेट इतिहास का ये खास ‘तिहरा शतक’

होटल और अस्पताल दोनों जगह हुआ शुभमन का इलाज, रखा गया खास ख्याल

इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि, वह अपनी बीमारी के दूसरे दिन हमारे पास आएहमने उनके बॉडी का टेंपरेचर बढ़ने नहीं दिया। हमने यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार दवा दी कि बुखार न बढ़े। और हमने बीमारी को फैलने से रोकने के लिए उनका हाइड्रेशन ठीक रखा।‘’

जब प्लेटलेट काउंट 50,00060,000 से  नीचे चला गया, तो हमने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने का फैसला किया। यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के मैच के दौरान हुआ था। अगली सुबह, उनका प्लेटलेट काउंट और गिर गया, लेकिन सोमवार शाम तक, यह बढ़ना शुरू हो गया, इसलिए हमने उन्हें वापस होटल में शिफ्ट कर दिया।