Team India New Test Captain: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने पिछले ही दिनों अपने टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया। हिटमैन ने पिछले ही हफ्ते अचानक टेस्ट को बाय-बाय कह दिया। इसके साथ ही अब टीम इंडिया में टेस्ट कप्तानी का पद खाली हो चुका है। ऐसे में अब टीम इंडिया को नए टेस्ट कप्तान की तलाश है। जिसके लिए कई नाम दावेदार की सूची में शामिल हैं।
कौन होगा टीम इंडिया का नया टेस्ट कप्तान?
भारतीय टीम अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करने जा रही है। इस दौरे को लेकर कुछ ही दिनों में टीम इंडिया के नए कप्तान के नाम से तस्वीर साफ हो जाएगी। अब टीम इंडिया का कप्तान कौन होगा? इसका हर किसी को इंतजार है। लेकिन माना जा रहा है कि बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट ने युवा स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल को कप्तानी देने का मन बना लिया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही शुभमन गिल के नाम पर नए टेस्ट कप्तानी की मुहर लग सकती है।
आर अश्विन ने सुझाया टीम इंडिया ते नए टेस्ट कप्तान का नाम
वैसे अभी तक भारतीय टीम के नए टेस्ट कप्तान को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। इसी बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व लीजेंड स्पिन गेंदबाज आर अश्विन ने टीम के नए टेस्ट कप्तान का नाम सुझाया है। अश्विन ने ना तो शुभमन गिल और ना ही ऋषभ पंत का नाम लिया है बल्कि उन्होंने नए टेस्ट कप्तान के लिए भारत के हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा का नाम सुझाया है। अश्विन ने सलाह दी है कि जडेजा को कम से कम 2 साल के लिए टेस्ट कप्तान बना दिया जाए और युवा कप्तान को तैयार किया जाएगा।
अश्विन ने दी सलाह, रवींद्र जडेजा को बनाया जाए टेस्ट का कप्तान
भारत के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज रहे आर अश्विन ने भारतीय टीम के नए कप्तान को लेकर अपनी बात रखी और कहा कि, “टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी रविंद्र जडेजा हैं। अगर आप किसी एक नए खिलाड़ी को ट्रेन करना चाहते हैं, तो दो साल के लिए जडेजा को कप्तान बना दीजिए। जडेजा दो सालों तक टीम की अगुवाई कर सकते हैं। शुभमन गिल को जडेजा का डिप्टी यानी उपकप्तान बनाया जा सकता है।”
इसके बाद उन्होंने आगे अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि, “हर खिलाड़ी का भारतीय टीम का कप्तान बनना सपना होता है। ऐसे में जडेजा भी इस रोल को शायद खुशी से स्वीकार करेंगे। वह इस बात के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं कि जडेजा को ही कप्तान बना देना चाहिए, लेकिन जड्डू को कैप्टेंसी सौंपने में कोई नुकसान नहीं है।“