IND vs SA: भारतीय क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में पिछड़ रही है। टीम इंडिया को सेंचुरियन में एक पारी और 32 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा था। पहले टेस्ट मैच में मिली हार के बाद रोहित शर्मा एंड कंपनी की नजरें दूसरे टेस्ट मैच में वापसी कर सीरीज को बराबरी पर खत्म करने की है। 3 जनवरी से 7 जनवरी के बीच केपटाउन में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है। जिसके लिए दोनों ही टीमें पूरी तरह से तैयार हैं।
केपटाउन में टीम इंडिया की राह नहीं होने वाली है आसां
केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड में होने वाले इस दूसरे टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया जबरदस्त तैयारी कर रही है। वो पिछले कुछ दिनों से नेट में खूब पसीना बहा रही है, जहां वो वापसी के लिए बेताब दिख रहे हैं। लेकिन केपटाउन टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम की वापसी की राह इतनी आसान भी नहीं होने वाली है। यहां अब तक टीम इंडिया का जो प्रदर्शन रहा है, वो काफी डरावना रहा है, ऐसे में भारत के लिए यहां वापसी करने के लिए किसी माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने से कम नहीं होगा।
केपटाउन में भारत के आंकड़ें रहे हैं डरावनें
भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका के इस सबसे ऐतिहासिक स्टेडियम केपटाउन के न्यूलैंड्स मैदान में अब तक 6 टेस्ट मैच खेले हैं। इनमें से भारत को 4 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, तो वहीं 2 मैच ड्रॉ पर खत्म हुए हैं। भारत 1992 से ही यहां पर टेस्ट सीरीज में कोई ना कोई मैच खेल रही हैं, लेकिन उन्हें एक जीत तक नसीब नहीं हो सकी है।
मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने लिए केपटाउन में रहा है शानदार सफर
भारत के विपरित ही जब मेजबान दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन के इस मैदान में अब तक टेस्ट मैचों के सफर की बात करें तो उन्होंने यहां जबरदस्त प्रदर्शन किया है। मेजबान टीम ने न्यूलैंड्स में अब तक 59 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें से उन्होंने 27 मैचों में जीत दर्ज की है, तो वहीं 21 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा यहां पर 11 टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुए हैं। यानी मेजबान टीम को यहां खेलने का लंबा अनुभव भी है और उन्होंने काफी जीत हासिल की है।
न्यूलैंड्स में रहता है गेंदबाजों का रूतबा
दक्षिण अफ्रीका के पिच और वहां की कंडिशन गेंदबाजों को काफी मदद करती है। जिसमें केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड में तेज गेंदबाजों का जलवा देखने को मिला है। इस मैदान में गेंदबाजों का वर्चस्व देखने को मिलता है, जिसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस मैदान में 14 बार तो टीमें 100 रन से पहले निपटी हैं। जिसमें से 50 रन से पहले भी टीमें 4 बार आउट हो चुकी है। यहां का लो स्कोर 35 रन का रहा है, जो मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड के खिलाफ 1899 में बनाए थे। तो बात करें हाई स्कोर की तो यहां सबसे बड़ा स्कोर भी प्रोटियाज के नाम ही रहा है, जिन्होंने 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 651 रन बनाए थे। 16 बार टीमें यहां 500 रन का आंकड़ा छूने में कामयाब रही हैं।
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केपटाउन में कालिस रहे हैं रनों के किंग, स्टेन के नाम सबसे ज्यादा विकेट
यहां पर काफी क्रिकेट खेली जा चुकी है। इस मैदान को दक्षिण अफ्रीका के सबसे पुराने स्टेडियम में से एक माना जाता है। यहां पर दक्षिण अफ्रीका के दो पूर्व दिग्गजों का जलवा रहा है। जिसमें पूर्व महान प्रोटियाज बल्लेबाज जैक कालिस ने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। कालिस के नाम इस मैदान में 22 टेस्ट मैचों में 9 शतकों की मदद से 2181 रन हैं। तो वहीं गेंदबाजों की बात करें तो मेजबान टीम के ही पूर्व स्पीड स्टार डेल स्टेन ने कमाल किया है। स्टेन गन के नाम से मशहूर रहे डेल स्टेन ने इस मैदान में सबसे ज्यादा 74 टेस्ट विकेट झटके हैं।