MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे महान कप्तानों में से एक पूर्व दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी संपर्क साधना आसान नहीं है। टीम इंडिया की झोली में अब तक तीनों ही आईसीसी टूर्नामेंट की ट्रॉफी डालने वाले एमएस धोनी सोशल मीडिया और मोबाइल से दूर रहने वाले व्यक्ति हैं। मोबाइल फोन किसी से कभी भी संपर्क साधने का माध्यम है। लेकिन माही अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखते हैं। ऐसे में उनसे कोई संपर्क कैसे करे। ये एक बहुत बड़ा सवाल है।
महेंद्र सिंह धोनी क्यों नहीं रखते अपने साथ मोबाइल?
महेंद्र सिंह धोनी अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखते हैं। ऐसे में कई पूर्व और मौजूदा क्रिकेटर्स उनसे संपर्क करने में मुश्किल का सामना करने की बात कबूल कर चुके हैं। इनका जीवन इतना सादगीपूर्ण है कि ये ना तो किसी तरह से कभी हाईलाइट में रहते हैं और ना ही सोशल मीडिया पर अपनी बातें साझा करते हैं। आज वो दौर है जहां एक बार खाने के बिना सांस लेना संभव नजर आता है। लेकिन मोबाइल फोन के बिना कोई नहीं रह पाता है।
राजीव शुक्ला ने किया धोनी के फोन ना रखने को लेकर खुलासा
ऐसे दौर में आखिरकार महेंद्र सिंह धोनी अपने पास मोबाइल फोन क्यों नहीं रखते हैं। क्या है ऐसी वजह की धोनी को मोबाइल फोन रखना पसंद नहीं है। इस बारे में फैन हमेशा ही जानने को उत्सुक रहते हैं और आखिरकार पहली बार खुलासा हो गया है कि माही अपने पास फोन क्यों नहीं रखते हैं? और ये बात उनके सबसे करीबी शख्स में से एक बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कही है। कांग्रेस के नेता और बीसीसीआई के सबसे बड़े अधिकारियों में से एक राजीव शुक्ला ने इस बारे में खुलासा किया और उन्होंने बताया कि धोनी एक ‘सिद्धांतवादी’ व्यक्ति हैं और वह किसी भी प्रकार की ‘सस्ती’ और ‘मूर्खतापूर्ण’ चीजों से बचते हैं इसलिए वह व्यक्तिगत फोन भी नहीं रखते।
धोनी एक बड़े सिद्धांतवादी व्यक्ति वो नहीं करते मूर्खतापूर्ण और सस्ती चीज- राजीव शुक्ला
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने यू ट्यूब चैनल बीयरबाइसेप्स को एक एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, “यह उनकी प्रकृति है। वह मोबाइल फोन भी नहीं रखते। यहां तक कि BCCI के चयनकर्ताओं को भी यह सोचने में परेशानी होती थी कि उन्हें कैसे संपर्क करें कि आप इस टीम के लिए चुने गए हैं या आपको जाना है। वह कभी भी अपना मोबाइल फोन अपने पास नहीं रखते। यह उनकी प्रकृति है। मैंने देखा है कि वह एक सिद्धांतवादी व्यक्ति हैं और सभी चीजों को गंभीरता से लेने की प्रतिबद्धता रखते हैं। उनमें कोई सस्ती या मूर्खतापूर्ण बात नहीं है।”