IPL 2023: इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें सीजन में कड़ी कशमकश के बीच आखिरकार गुजरात टाइटंस के बाद दूसरी टीम ने प्लेऑफ में प्रवेश कर लिया है। लीग राउंड खत्म होने से ठीक 3 मैच पहले ही महेन्द्र सिंह धोनी के धुरंधरों ने अंतिम-4 में जगह बना ली है। शनिवार को डबल हेडर मुकाबलों में पहला मैच चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला गया। इस मैच को चेन्नई सुपर किंग्स ने एकतरफा अंदाज में 71 रनों से अपने नाम किया और इसके साथ ही वो प्लेऑफ की दूसरी टीम बने।
चेन्नई सुपर किंग्स ने दिल्ली को हराकर किया प्लेऑफ में प्रवेश
दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस अपने अंतिम लीग मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने इस मैच में जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए डेवॉन कॉनवे के 87 रन और ऋतुराज गायकवड़ की 79 रनों की पारी की मदद से 3 विकेट पर 227 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में दिल्ली कैपिटल्स की टीम को अपने घर में शर्मसार होना पड़ा जो केवल 9 विकेट पर 146 रन ही बना सके और इस मैच 71 रनों के बड़े अंतर से गंवा दिया। इसके साथ ही धोनी एंड कंपनी ने अपने आप को प्लेऑफ के लिए सुरक्षित कर लिया है।
सफलता का नहीं है कोई फॉर्मूला, टीम के लिए खिलाड़ी सबसे अहम
चेन्नई सुपर किंग्स की इस धमाकेदार जीत के बाद कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी काफी खुश दिखे। उन्होंने मैच में जीत के बाद अपनी टीम के खिलाड़ियों को खास श्रेय दिया और साफ शब्दों में कहा कि खिलाड़ियों के बिना टीम का कोई मतलब नहीं है। एमएस धोनी ने प्रेसेंटेशन सेरेमनी में कहा कि, सफलता का कोई खास फॉर्मूला नहीं है। आप कोशिश करते हैं और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनते हैं और उन्हें प्रदर्शन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्लॉट देते हैं। मैनेजमेंट और सपोर्ट स्टाफ हमेशा बैक करते हैं। खिलाड़ियों को ग्रूम करना ज़रूरी होता है। खिलाड़ी सबसे अहम हैं, बिना खिलाड़ियों के हम कुछ नहीं कर सकते।”
टीम के खिलाड़ी सोचते हैं हमेशा टीम के बारे में
इसके बाद आगे धोनी ने कहा कि, “मुझे लगता है कि डेथ बॉलिंग में आत्मविश्वास बहुत जरूरी है. डेथ ओवर में गेंदबाजों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। पाथिराना डेथ ओवरों में काफी स्वाभाविक है। हालांकि पहले मैच से तुषार ने जो सुधार किया है वह वाकई लाजवाब है। कॉनवे और गायकवाड़ हमेशा टीम के बारे में सोचते हैं, उनका ध्यान अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों पर नहीं होता है। मुझे लगता है कि हमें उन खिलाड़ियों का पता लगाने और उन्हें चुनने की जरूरत है जो पहले टीम के बारें में सोचते हैं। बाहर से फैसला करना मुश्किल है। हम खिलाड़ियों और माहौल से भी तालमेल बिठाने की कोशिश करते हैं।”