IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) से लंबे समय से दूर रहे श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने वापसी के बाद चौथी ही पारी में शानदार शतक जड़कर जड़ा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही 3 मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मैच में भारत के इस युवा बल्लेबाज ने जबरदस्त पारी खेली। इंदौर में खेले गए इस वनडे मैच में अय्यर ने केवल 90 गेंदों में 11 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 105 रन की पारी खेली। जिसके दम पर भारत ने इस मैच को 99 रनों से अपना नाम किया। अय्यर इस पारी के बाद काफी खुश हैं।
IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रेयस अय्यर ने खेली शानदार शतकीय पारी
फरवरी-मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान कंधा चोटिल होने के बाद से ही श्रेयस अय्यर मैदान से दूर थे। उन्हें इस चोट के चलते आईपीएल के साथ ही कईं अहम सीरीज मिस करनी पड़ी। हाल ही में एशिया कप में वापसी के 2 मैच बाद ही फिर से ऐंठन के चलते 2 मैचों में बाहर रहना पड़ा था, लेकिन अब वो इस मैच में जिस अंदाज में बल्लेबाजी करने में सफल रहे, उन्होंने अपनी फॉर्म को हासिल कर लिया है।
बाहर रहने के दौरान दोस्तों, टीम मेट्स और परिवार वालों का मिला साथ– अय्यर
इस शानदार पारी के बाद अय्यर ने अपने शतक का राज खोला है। उन्होंने बताया कि वो टीम से दूर होने पर पर काफी अकेलापन महसूस कर रहे थे। भारत के इस स्टार बल्लेबाज ने मैच खत्म होने के बाद प्लेयर ऑफ द मैच लेने के दौरान कहा कि, “यह रोलरकोस्टर राइड थी, शानदार फीलिंग है। चोट के दौरान टीम के खिलाड़ी, दोस्त और परिवार वाले मुझे समर्थन करने के लिए थे। मैं टीवी पर मैच देख रहा था, मैं मैचों में हिस्सा बनना चाहता था। खुद में विश्वास करना अच्छा है। दर्द और निगल आते रहे, लेकिन मुझे पता था कि मेरा लक्ष्य क्या है। खुशी है कि आज मैं अपने प्लान को पूरी तरह कामयाब करने के काबिल था।”
मैं अब टीम के लिए हूं पूरी तरह से तैयार
इसके बाद श्रेयस अय्यर ने आगे कहा कि, “जब मैं बैटिंग के लिए गया, तो मैं चीज़ों को मुश्किल नहीं करना चाहता था। मैं अपनी आंखे जमाना चाहता था, इस तरह से मैं खुद को कॉन्फिडेंस देता हूं। मैं फ्लेक्सिबल हूं, किसी भी पोज़ीशन पर बल्लेबाज़ी के लिए तैयार हूं, मेरी टीम को मुझसे जो भी करवाने की जरूरत है।“ वहीं उन्होंने तीसरे नंबर पर दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली की जगह लेने के सवाल पर कहा कि, “विराट कोहली महान लोगों में से एक हैं, उनका नबंर तीन का स्पॉट चुराने का कोई चांस ही नहीं है। मैं कहीं भी बैंटिंग करूं, मुझे बस रन बनाते रहना चाहिए।“