MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी… एक नाम नहीं बल्कि टीम इंडिया के तारणहार रहे हैं। इस लीजेंड कैप्टन ने अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम को नईं ऊंचाईयों तक पहुंचाया है। धोनी ने भारतीय क्रिकेट को जिस तरह से सिंचा है, वैसा ही योगदान उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग की सबसे फेवरेट टीम रही चेन्नई सुपर किंग्स के लिए भी दिया है। चेन्नई सुपर किंग्स को महेन्द्र सिंह धोनी ने 5 टाइटल दिलाएं हैं, जिसमें उन्होंने इस टीम को भी बहुत ही खास बनाया है।
महेन्द्र सिंह धोनी का चेन्नई सुपर किंग्स में रहा है पिता जैसा योगदान
महेन्द्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को सफलता तो दिलायी है, साथ ही उन्होंने इस टीम में अपने मार्गदर्शन में एक से एक चेहरे दिए हैं, जो अपनी टीम के मैच विनर खिलाड़ी साबित हुए। एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट टीम से लेकर आईपीएल की चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक अद्भूत खिलाड़ी रहे हैं। जिन्होंने अपनी नजरों के सामने बहुत से खिलाड़ियों को तैयार किया है। धोनी के इसी अद्भूत योगदान का गुणगान हुआ है, जहां सीएसके के एक खिलाड़ी ने धोनी को अपने पिता जैसा करार देकर दिल जीत लिया है।
पथिराना ने बताया, धोनी मैदान में पिता की तरह रखते हैं ख्याल
जी हां… महेन्द्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक चाणक्य जैसे रहे हैं। धोनी को इस टीम का गुरु माना जा सकता है, जिन्होंने अपने साथ खिलाड़ियों को बड़े भाई या पिता की तरह संभाला है। इसी बात को लेकर चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज मथीसा पथिराना ने खास बात कही है। मथीसा पथीराना ने धोनी को क्रिकेट के मैदान में अपने पिता जैसा करार दिया है। पथिराना ने बताया कि कैसे क्रिकेट ग्राउंड में धोनी घर में जिस तरह से पिता उनका ख्याल रखते हैं, वैसा ही धोनी किया करते हैं।
घर में जैसा मेरे पिता हैं, वैसा मैदान में धोनी सर- पथिराना
श्रीलंका के युवा स्टार तेज गेंदबाज मथीसा पथिराना ने लायंस अपक्लोज में बात करने के दौरान महेन्द्र सिंह धोनी को लेकर कहा कि,”क्रिकेट के मैदान पर मेरे पिता के बाद सबसे अहम भूमिका धोनी सर निभा रहे हैं। वो मेरा ख्याल रखते हैं, मुझे सलाह देते हैं, बिल्कुल वैसे ही जैसे घर पर पिता करते हैं। धोनी सर ज्यादा बात नहीं करते लेकिन वो हमेशा यही कहते हैं कि खेल का मजा लो और फिट रहो। मैदान पर वो कुछ खास नहीं कहते लेकिन मैदान के बाहर वो छोटी-छोटी बातें बताते हैं। जिनसे मुझे काफी फर्क पड़ता है और मैं उन बातों से काफी आत्मविश्वास लेता हूं।”
“क्रिकेट के बाहर हमारी ज्यादा बात नहीं होती है. लेकिन अगर मुझे कुछ पूछना होता है तो मैं सीधे उनके पास जाता हूं. वो हमेशा कहते हैं- ‘अपने खेल का मजा लो और शरीर का ध्यान रखो’।”