Suryakumar Yadav: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव इस वक्त सबसे चर्चित क्रिकेटर्स में से एक हैं। टीम इंडिया के लिए जब से सूर्यकुमार यादव ने टी20 वर्ल्ड कप को वो विनिंग कैच पकड़ा है, उसके बाद से उनका कद और भी ऊंचा हो गया है, क्योंकि उन्हें हार्दिक पंड्या जैसे दिग्गज खिलाड़ी को नजरअंदाज कर टीम इंडिया की टी20 कमान सौंप दी गई है। सूर्यकुमार यादव के टी20 के कप्तान बनने के बाद माना जा रहा है कि वो अब लंबे समय तक टीम के कप्तान हो सकते हैं।
सूर्या की टीम इंडिया के लिए टेस्ट में जगह स्थापित करने की ख्वाहिश
भारतीय टीम में अहमियत बढ़ने के साथ ही टी20 इंटरनेशनल की कप्तानी भी मिल चुकी है, लेकिन अभी भी सूर्यकुमार यादव का एक बड़ा और खास सपना अधूरा रह गया है। ये वो ख्वाहिश है, जिसे वो पूरा करना चाहते हैं और इसके लिए वो पूरी तरह से तैयार भी हैं। सूर्या की ये ख्वाहिश टेस्ट में टीम इंडिया में जगह बनाना है। टीम इंडिया में टेस्ट फॉर्मेट के लिए भी जबरदस्त टक्कर दिख रही है और इसी बीच वो खुद को स्थापित करना चाहते हैं।
सूर्या ने कहा- मैं भी भारत के लिए टेस्ट में जगह बनाना चाहता हूं
इंडियन एक्सप्रेस के साथ सूर्यकुमार यादव ने बात करते हुए कहा कि, “ऐसे बहुत से खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। मैं भी उस टेस्ट टीम में जगह बनाना चाहता हूं। जब मैंने भारत के लिए टेस्ट में डेब्यू किया तो मैं चोटिल हो गया। कई खिलाड़ी जिन्हें मौका मिला, उन्होंने अच्छा किया। यह वो खिलाड़ी हैं जो अभी मौके के हकदार हैं।”
“आगे चलकर खेलना मेरे हाथ में नहीं, घरेलू टूर्नामेंट में करना है प्रदर्शन”
टीम इंडिया के इस स्टार बल्लेबाज ने आगे बताया कि टेस्ट में खेलना उनके हाथ में नहीं हैं, लेकिन वो अपने आपको साबित करने का पूरा प्रयास करेंगे। सूर्याकुमार यादव ने कहा कि, “आगे चलकर अगर मुझे खेलना है तो यह मेरे हाथ में नहीं है। अभी मेरे काबू में यह है कि इस टूर्नामेंट (बुची बाबू टूर्नामेंट) को खेलूं, दलीप ट्रॉफी खेलूं और फिर हम देखेंगे कि क्या होता है।”
सूर्यकुमार यादव का टेस्ट डेब्यू नहीं रहा था खास
भारत के लिए सूर्यकुमार यादव ने टेस्ट डेब्यू कर लिया है, जहां उन्हें 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला था, लेकिन वहां पर वो कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। सूर्या इस डेब्यू टेस्ट मैच में सिर्फ 8 रन बना सके। इसके बाद से उन्हें अब तक मौका नहीं मिल सका है। टीम इंडिया का ये स्टार बल्लेबाज अब किसी तरह से टेस्ट में निरंतरता के साथ जगह बनाना चाहते हैं और उनके सामने बुबी बाबू ट्रॉफी के साथ ही दलीप ट्रॉफी जैसे 2 घरेलू टूर्नामेंट हैं।