Shikhar Dhawan: भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे दिग्गज सलामी बल्लेबाजों में शुमार रहे शिखर धवन ने अपने इंटरनेशनल करियर को अलविदा कह दिया। शनिवार, 24 अगस्त की सुबह को अचानक ही शिखर धवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो जारी कर संन्यास की घोषणा की। भारत के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे शिखर धवन ने इंटरनेशनल क्रिकेट के साथ ही डोमेस्टिक क्रिकेट से रिटायरमेंट का फैसला किया। पिछले करीब 14 साल तक भारतीय टीम के लिए खेलने वाले धवन अब टीम इंडिया की जर्सी में नजर नहीं आएंगे।
धवन को क्यों लेना पड़ा संन्यास, जानें 3 वजह
शिखर धवन पिछले काफी समय से टीम इंडिया में वापसी का इंतजार कर रहे थे। वो लगातार आईपीएल में खेल रहे थे और साथ ही वहां पर शानदार प्रदर्शन भी कर रहे थे। लेकिन उन्हें टीम इंडिया में मौका नहीं मिल पा रहा था। अपने इंटरनेशनल करियर के तीनों ही फॉर्मेट में मिलाकर 269 मैचों में 11 हजार के करीब रन बनाने वाले धवन को आखिर अचानक संन्यास पर क्यों मजबूर होना पड़ा, क्या है वो वजह, जो धवन के संन्यास के लिए सबसे बड़ा फैक्टर बना। चलिए हम आपको बताते हैं धवन के संन्यास के 3 प्रमुख कारण
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फिटनेस की समस्या से परेशान
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक रहे शिखर धवन को पिछले कुछ समय से फिटनेस को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। ये दिग्गज बल्लेबाज आईपीएल में पंजाब किंग्स का कप्तान था, लेकिन धवन को 2024 के सीजन में 5 मैच के बाद ही उन्हें कंधे में चोट लगने के बाद बाहर बैठना पड़ा। इसके बाद वो पूरे सीजन कोई मैच नहीं खेल सके। धवन अपने कंधे की चोट से लगातार परेशान रहे, इस वजह से वो आईपीएल में बाहर होने के बाद से लेकर अब तक किसी भी मैच में नहीं उतर सके थे।
टीम इंडिया में लगातार अनदेखी
टीम इंडिया में एक दौर ऐसा था जब शिखर धवन टीम के सबसे बहुमूल्य खिलाड़ी थे, लेकिन धीरे-धीरे उन्हें टीम इंडिया से नजरअंदाज किया जाता रहा। 2019 के वर्ल्ड कप के बाद से उन्हें बहुत कम बार टीम में मौका मिलता रहा और दिसंबर 2022 के बाद से तो भारतीय क्रिकेट टीम में बीसीसीआई ने उन्हें कोई मौका ही नहीं दिया और लगातार भारतीय टीम में अपनी अनदेखी के चलते उन्होंने रिटायरमेंट करना ही उचित समझा और वो अब टीम इंडिया के साथ नहीं दिखेंगे।
बढ़ती उम्र बनी बाधा
हर एक क्रिकेट के लिए एक उम्र होती है, जब वो अपने सबसे पिक टाइम में होता है। जहां माना जाता है कि ज्यादा से ज्यादा कोई क्रिकेटर 35 की उम्र तक अपने करियर के बेस्ट में होता है। इसके बाद उनके लिए मैदान में प्रदर्शन करना और फिटनेस को बनाए रखना आसान नहीं होता है। इसी तरह से शिखर धवन भी अपने 38 साल की उम्र को पार कर चुके हैं, ऐसे में उनके लिए उम्र क्रिकेट खेलने और फिटनेस को बनाए रखने के लिए बाधा बन रही थी। ऐसे में उन्होंने अलविदा कहने में ही भलाई समझी।