Shubhman Gill: भारतीय क्रिकेट टीम में पिछले कुछ सालों में एक से एक युवा स्टार खिलाड़ी आए हैं। जिसमें पंजाब के युवा प्रतिभाशाली बल्लेबाज शुभमन गिल सबसे बड़ा नाम रहे हैं। इस खिलाड़ी ने बहुत ही कम समय में टीम इंडिया की तीनों ही फॉर्मेट की टीम में अपनी खास जगह स्थापित कर ली है। जिन्हें अब आने वाले समय में भारत का एख बड़ा खिलाड़ी बनते हुए देखा जा रहा है। आईपीएल से लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट में इस यंग टैलेंट का प्रदर्शन पिछले 8-10 महीनों में बहुत ही जबरदस्त रहा है।
शुभमन गिल के टेस्ट टीम में जगह को लेकर उठे सवाल
शुभमन गिल आईपीएल के इस सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे, तो साथ ही भारत के लिए वनडे और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भी खूब धमाल मचा रहे हैं। गिल को इसी शानदार प्रदर्शन के दम पर टेस्ट फॉर्मेट में भी लगातार मौका दिया जा रहा है, लेकिन उनके टेस्ट के प्रदर्शन पर सवाल खड़े होने लगे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट मैच में भी वो कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए जिसके बाद उनकी जगह को लेकर पक्षपात करने का आरोप लगा है।
वेंकटेश प्रसाद ने गिल को लेकर पक्षपात करने का लगाया आरोप
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज रहे वेंकटेश प्रसाद ने शुभमन गिल की टेस्ट टीम में जगह को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इस दिग्गज का मानना है कि गिल को लगातार टेस्ट फॉर्मेट में मौका दिया जा रहा है, लेकिन उनका प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में इतना ज्यादा बेहतर नहीं रहा है। प्रसाद ने गिल की औसत पर प्रशन उठाया है।
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि, “शुभमन गिल की प्रतिभा और क्षमता के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है, लेकिन दुख की बात है कि उनका प्रदर्शन काफी नीचे रहा है। इंटरनेशनल क्रिकेट में 30 पारियों के बाद 30 का टेस्ट औसत सामान्य है। ऐसे बहुत से खिलाड़ियों के बारे में मैं नहीं सोच सकता जिन्हें इतने मौके दिए गए हैं।”
शुभमन गिल टेस्ट में नहीं दिखे हैं प्रभावशाली
पंजाब के 23 वर्षीय इस युवा खिलाड़ी की बात करें तो इन्हें भारत के लिए टेस्ट फॉर्मेट में दिसंबर 2020 में ही मौका मिल गया था। लेकिन अब तक वो ज्यादा खास प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। गिल की बात करें तो उन्होंने अब तक 17 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 32 की औसत से 927 रन बनाए हैं, जिसमें 4 अर्धशतक के साथ 2 शतक शामिल हैं। पिछली 8 टेस्ट पारियों में उनके बल्ले से एक ही 50 से ज्यादा की पारी निकल सकी है। एक टॉप ऑर्डर बल्लेबाज के लिए टेस्ट में 30 के करीब की औसत इतनी अच्छी नहीं कही जा सकती है।