Suryakumar Yadav: भारतीय क्रिकेट टीम का चयन इस बार कईं तरह से सवालों के साथ लगातार चर्चा में बना हुआ है। अगले ही महीनें टीम इंडिया को वेस्टइंडीज का दौरा करना है। इस दौरे पर भारत टेस्ट, वनडे और टी20आई तीनों ही सीरीज खेलने जा रही है। जिसे लेकर हाल ही में टेस्ट और वनडे सीरीज की स्क्वॉड का चयन कर लिया है। इस सेलेक्शन में कुछ ऐसे फैसले रहे, जिसकी लगातार बात हो रही है और अलग-अलग सवाल खड़े हो रहे हैं।
सूर्यकुमार यादव क्यों हुए टेस्ट टीम से बाहर?
टीम इंडिया के इस स्क्वॉड में चेतेश्वर पुजारा को ड्रॉप करने से लेकर सरफराज खान को मौका नहीं देने की तो लगातार बातें हो रही है, लेकिन एक बड़ा सवाल फैंस के मन में ये भी है कि स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को टेस्ट टीम से बाहर क्यों कर दिया गया? भारत के लिए पिछले करीब डेढ़ साल से सूर्यकुमार यादव धमाल मचा रहे हैं और उन्होंने इसी साल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान टेस्ट स्क्वॉड में भी अपनी जगह बना ली थी।
बीसीसीआई ने किया साफ, सूर्या आगे रहेंगे टेस्ट योजना का हिस्सा
लेकिन केवल 1 टेस्ट मैच खिलाने के बाद एक बार फिर से सूर्यकुमार यादव को टीम से ड्रॉप कर दिया गया। इसके बाद हर किसी के मन में एक सवाल जरूर उमड़ रहा है, कि सूर्या टेस्ट की योजना से दूर हो गए हैं या अभी भी उन्हें निकट भविष्य में इस लंबे फॉर्मेट में खेलने का मौका मिलने वाला है। इस सवाल का जवाब अब मिल गया है, जहां बीसीसीआई के एक अधिकारी ने साफ कर दिया है कि सूर्यकुमार यादव को फिलहाल टेस्ट से दूर क्यों किया गया है।
सूर्यकुमार को बाहर करने के पीछे वजह युवा खिलाड़ियों को तैयार करना
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इनसाइड स्पोर्ट्स के हवाले से बताया कि सूर्यकुमार यादव उनकी टेस्ट योजना का हिस्सा जरूर हैं, लेकिन भविष्य की टीम को तैयार करने की ओर देखते हुए उन्होंने यशस्वी और ऋतुराज को चुना। इन्होंने कहा कि, “अगर सूर्या टेस्ट टीम में होते तो वह हमें ऋतुराज और यशस्वी से पहले खेलते और टीम चाहती थी कि किसी नए खिलाड़ी को आजमाया जाए। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि सूर्या हमारी टेस्ट योजना से बाहर हो गए हैं। वह हमारे लिए आगामी एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए काफी अहम खिलाड़ी हैं। हम चाहते हैं कि वह अभी सिर्फ लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट पर ध्यान लगाए। समय आने पर उन्हें टेस्ट में फिर से मौका मिलेगा।“
यशस्वी और ऋतुराज हैं भविष्य के खिलाड़ी
इसके बाद आगे कहा कि, “देखिए सूर्या मौजूदा समय में वर्ल्ड क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं, लेकिन इसके साथ ही वह 32 साल के भी हो गए हैं। इस वजह से हमें भविष्य को ध्यान में रखते हुए योजना बनानी होंगी। इसी कारण हमें यशस्वी और ऋतुराज जैसे खिलाड़ियों की तरफ देखना पड़ा। यह दोनों ही यदि खुद को साबित करने में कामयाब होते हैं तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए काफी अच्छी बात होगी।“