SA vs NED: खेल जगत में क्रिकेट ही एक ऐसा खेल है, जिसे अनिश्चिताओं का खेल माना जाता है, जहां कभी भी किसी भी वक्त कुछ भी मुमकिन है। मंगलवार को शाम के वक्त जब नीदरलैंड ने अपनी पारी खत्म की, तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि दक्षिण अफ्रीका मैच खत्म होते-होते अपसेट का शिकार बन जाएगी। धर्मशाला के मैदान में खेले गए इस मैच में यूरोपियन टीम नीदरलैंड ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका जैसी बड़ी टीम को हराकर वर्ल्ड कप में 3 दिन के अंदर ही एक और उलटफेर को अंजाम दिया है।
नीदरलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को कर दिया अपसेट
इस वर्ल्ड कप का 15वां मैच दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड के बीच खेला गया। जहां एक कमजोर और पूरी तरह से अनुभवहीन टीम नीदरलैंड ने जबरदस्त फॉर्म में चल रही दक्षिण अफ्रीका को 38 रनों से मात देकर वर्ल्ड क्रिकेट में सनसनी मचा दी है। पहले अफगानिस्तान के द्वारा इंग्लैंड का शिकार करना और अब डच टीम ने जिस तरह से दक्षिण अफ्रीका को हराया है। नीदरलैंड ने इस शानदार जीत में शानदार प्रदर्शन भी किया, जहां उन्होंने अपनी गेंदबाजी के दौरान मैच पर हर वक्त शिकंजा कसा।
डच टीम ने खास गेम-प्लान के तहत किया प्रोटियाज टीम का शिकार
कहने वाले ये भी कह सकते हैं कि दक्षिण अफ्रीका के लिए ये एक ऑफ डे होगा। या कुछ ये भी कह सकते हैं कि नीदरलैंड की किस्मत अच्छी है कि उन्हें यहां जीत मिली, लेकिन नीदरलैंड ने ये जीत ऐसे ही नहीं हासिल की है, बल्कि इसके लिए एक प्रोपर प्लानिंग की गई थी। जहां उन्होंने एक सोची-समझी रणनीति के तहत दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को फंसाया है। मैच के दौरान कईं बार आपने ऑरेंज आर्मी के कप्तान और खिलाड़ियों के द्वारा जेब से पर्ची निकालने देखा होगा।
हर बल्लेबाज के लिए पर्ची में बनाया था अलग-अलग प्लान
धर्मशाला में मंगलवार को वैसे भी बारिश ने काफी खलल डाला तो हो सकता है कि कईं लोगों ने इस पर्ची देखने को डकवर्थ-लुईस नियम के गणित को समझना माना हो, लेकिन ऐसा नहीं है। ये दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों के लिए तैयार किया गया प्लान था। नीदरलैंड ने यहां प्रोटियाज बल्लेबाजों को फंसानें का जबरदस्त प्लान तैयार किया था। हम और आप ने मैच के दौरान नीदरलैंड के कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स और कुछ खिलाड़ियों को कईं बार पर्ची हाथ में लेते हुए बात करते देखा गया।
पर्ची के प्लान में फंसे प्रोटियाज
ये नीदरलैंड के द्वारा बिछाया गया एक जाल था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज फंस गए। इस पर्ची में हर एक बल्लेबाज के लिए अलग-अलग गेम प्लान तैयार किया गया था, आउट करने के लिए अलग-अलग बल्लेबाजों के लिए अलग-अलग फील्ड प्लेसमेंट और गेंदबाजी में बदलाव किया गया। शुरुआत में डी कॉक को फंसानें के लिए स्पिन गेंदबाजों को लगाया, तो हेनरिक क्लासेन को आउट करने के लिए तेज गेंदबाज मोर्चे पर रहे। इस तरह से सभी बल्लेबाजों के लिए उसकी कमजोरी के तरत फील्ड प्लेसमेंट और गेंदबाजी करायी गई और डच टीम ने एक खास गेम प्लान के तहत उन्हें अपने बुने जाल में फंसा दिया।