Rohit Sharma Fitness: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा अपने बल्ले से गेंदबाजों के छक्के छुड़ा देते हैं। वो एक बार जब पिच पर उतर जाते हैं, तो खड़े-खड़े ही गेंदबाजों की धज्जियां जड़ा देते हैं। उनकी आक्रमक बल्लेबाजी ने उन्हें मौजूदा समय में वर्ल्ड क्रिकेट का सबसे खतरनाक बल्लेबाज बना दिया है, जिनसे गेंदबाज अक्सर ही खौफ खाए रहते हैं। लेकिन रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर हमेशा ही सवाल खड़े होते रहे हैं। हिटमैन के मैदान में फील्डिंग के दौरान उनकी सुस्ती-फुर्ती, बल्लेबाजी के दौरान उनके विकेट के बीच की दौड़ अक्सर ही चर्चा में रहती है।
क्या रोहित शर्मा फिटनेस में नहीं है विराट से कम?
रोहित शर्मा का भारी भरकम शरीर और उनका मैदान में थोड़ा सा सुस्तपन के कारण उनकी फिटनेस को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। ये एक बहुत ही चर्चा का विषय रहा है कि हिटमैन की फिटनेस बाकी खिलाड़ियों की जैसी है, या वो उनसे कुछ कम है। भारतीय टीम में एक मुश्किल फिटनेस टेस्ट यो-यो टेस्ट पास करना जरूरी है, तो ये भी सवाल मन में आता है कि क्या रोहित यो-यो टेस्ट पास कर पाते होंगे, या नहीं। इसका जवाब भारतीय क्रिकेट टीम के स्ट्रैंथ और कंडीशनिंग कोट अंकित कलियार ने बड़ी बात कही।
स्ट्रैंथ एंड कंडीशनिंग कोच अंकित कलियार ने दिया जवाब, रोहित की फिटनेस लाजवाब
भारतीय क्रिकेट टीम के स्ट्रैंथ और कंडीशनिंग कोच अंकित कलियार ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर आए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, “रोहित शर्मा एक फिट प्लेयर हैं। उनकी फिटनेस अच्छी है। वह थोड़े भारी जरूर नजर आते हैं लेकिन वह हमेशा यो-यो टेस्ट पास कर लेते हैं। वह विराट कोहली की तरह ही एकदम फिट हैं। वह थोड़े वजनदार हैं लेकिन हम उन्हें मैदान पर देखते हैं। उनकी तेजी, फूर्ति और गति शानदार है। वह हमारे सबसे फिट क्रिकेटर्स में से एक हैं।“
विराट की फिटनेस के मुरीद हैं कोच, यो-यो टेस्ट को बताया खास
अंकित कलियार ने आगे कहा कि, “जब बात फिटनेस की होती है तो विराट कोहली सबसे बड़े उदाहरण होते हैं। टीम में फिटनेस कल्चर वही लेकर आए। जब टीम का टॉप प्लेयर ऐसा फिट होता है तो बाकी खिलाड़ियों के सामने भी उदाहरण होता है। जब तक वह कप्तान थे तो उन्होंने सुनिश्चित किया कि टीम के सभी खिलाड़ी फिट रहे। टीम में चयन के लिए उनका टॉप पैमाना फिटनेस ही था। भारत के सभी खिलाड़ी आज इतने फिट हैं, उसका सबसे बड़ा कारण विराट कोहली ही हैं।“
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट में साल 2017 में जब विराट कोहली फुल टाइम कप्तानी संभालने लगे तो उन्होंने फिटनेस का पैमाना तय करने के लिए यो-यो टेस्ट को लाए। यो-यो टेस्ट में खिलाड़ी की फिटनेस का जबरदस्त और मुश्किल टेस्ट होता है, जिसे पास करने वाले खिलाड़ी को ही टीम में रखा जाने लगा था। इसी वजह से रोहित शर्मा की फिटनेस देखते हुए उनके यो-यो टेस्ट परीक्षण में परफॉरमेंस का सवाल उठा।