IPL 2024: इंडियन प्रीमियर लीग के 17वें एडिशन में एक बार फिर से विराट कोहली की टीम की किस्मत जस की तस बनी हुई दिख रही है। इस बार फ्रेंचाइजी ने कुछ नए अंदाज में अपनी टीम को प्रमोट किया। जहां इस बार सीजन से पहले आरसीबी की फ्रेंचाइजी ने अपनी टीम की जर्सी बदली, नाम भी बदला, लेकिन भाग्य इस बार भी बदलता नहीं दिख रहा है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का नाम इस बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू हो गया तो वहीं जर्सी के रंग में रेड-ब्लैक की जगह पर रेड-डार्क ब्ल्यू कर दिया गया। लेकिन फिर भी टीम लगातार हार का सामना कर रही है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू के फाइनल में पहुंचने के बन रहे हैं संयोग
विराट कोहली, फाफ डू प्लेसिस, ग्लेन मैक्सवेल और मोहम्मद सिराज जैसे स्टार खिलाड़ियों से लेस इस टीम को लगातार निराशा का सामना करना पड़ रहा है, जहां उन्हें एक के बाद एक लगातार हार मिल रही है और टीम अब तक इस सीजन में अपने 6 में से 5 मुकाबले गंवा चुकी है। हार का पंजा होने का मतलब है कि अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू की राह प्लेऑफ के लिए मुश्किल बन गई है। आरसीबी के फैंस निराश हो गए हैं, लेकिन इस टीम के फैंस को अभी निराश नहीं होना चाहिए। क्योंकि इस बार टीम के फाइनल में पहुंचनें के संयोग बन रहे हैं।
आरसीबी के लिए बन रही है 8 साल बाद 2016 जैसी तस्वीर
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर 5 मैच गंवानें के बाद आरसीबी को प्लेऑफ तक तो ठीक था, लेकिन फाइनल में पहुंचने की बात कैसे की जा रही है। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि ये हम क्यों कह रहे हैं? जी हां…. फाइनल में पहुंचने की बात हम यूं ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसके पीछे एक बहुत ही खास संयोग बन रहा है। ऐसा संयोग जो आरसीबी को 2016 के सीजन के 8 साल बाद सीधा फाइनल तक पहुंचानें जैसा है। क्योंकि इस बार अब तक का सफर 2016 के सीजन से मिलता-जुलता नजर आ रहा है।
2016 में आरसीबी को शुरुआत में 7 में से 5 मैच में मिली थी हार
चलिए अब 2016 जैसे बन रहे संयोग की बात कर लेते हैं। दरअसल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू की टीम ने आईपीएल में आखिरी बार 2016 में फाइनल मैच में प्रवेश किया था। वहां भी टीम का शुरुआती दौर में काफी खराब प्रदर्शन रहा था और विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम को अपने शुरुआत के 7 में से 5 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन यहां से इस टीम ने अपना जलवा दिखाते हुए अगले 7 मैचों में 6 में जीत हासिल की और पॉइंट टेबल में सीधे दूसरे स्थान पर जा पहुंचे। और फिर वहां से उन्होंने फाइनल मैच खेला। इस बार भी टीम ने अब तक 6 में से 5 मैच हारे हैं। अब उनके 8 मैच बचे हैं। हो सकता है कि 2016 के इतिहास को दोहराते हुए वो इस बार भी यहां से वापसी कर प्लेऑफ में आसानी से जगह बनाने के बाद फाइनल मैच में प्रवेश कर लें।