IND vs ENG: लंदन, 28 जुलाई – भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ अब अपने निर्णायक मोड़ पर है। गुरुवार से द ओवल में खेले जाने वाले अंतिम टेस्ट के साथ यह रोमांचक श्रृंखला समाप्त होगी।
यह मुकाबला न केवल सीरीज़ बराबर करने का मौका है, बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में बहुमूल्य अंक अर्जित करने के लिहाज़ से भी अहम है।
भारत के कोच गौतम गंभीर ने पुष्टि की है कि तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह सहित सभी पेसर फिट और चयन के लिए उपलब्ध हैं।
बुमराह, जिन्होंने अब तक तीन टेस्ट खेले हैं, अपने पूर्व निर्धारित कार्यभार को पूरा कर चुके हैं। इसके बावजूद टीम प्रबंधन उन्हें अंतिम टेस्ट में खिलाने पर विचार कर रहा है।
गंभीर ने कहा, “सभी तेज़ गेंदबाज़ फिट हैं। किसी को कोई चोट नहीं है। अभी तक हमने टीम संयोजन पर कोई चर्चा नहीं की है। बुमराह खेलेंगे या नहीं, इसका फैसला नहीं हुआ है। लेकिन जो भी खेलेगा, देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देगा।”
टीम के कप्तान शुभमन गिल ने भी संकेत दिए कि अगर बुमराह खुद को फिट महसूस करते हैं, तो वह टीम के लिए फायदेमंद रहेंगे। हालांकि गिल का यह भी मानना है कि टीम के पास पर्याप्त तेज़ गेंदबाज़ी विकल्प हैं।
“अगर वो पूरी तरह फिट हैं, तो हमारे लिए ये शानदार होगा,” गिल ने BBC से कहा। “अगर वो नहीं भी खेलते, तब भी हमारे पास सही गेंदबाज़ी आक्रमण है।”
भारत को एक और झटका विकेटकीपर ऋषभ पंत की अनुपस्थिति के रूप में लगा है, जो पैर की चोट के कारण इस टेस्ट से बाहर हो गए हैं।
उनकी जगह तमिलनाडु के नारायण जगदीशन को टीम में शामिल किया गया है, जो अपना टेस्ट डेब्यू कर सकते हैं।
दूसरी ओर, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पूरी सीरीज़ में दर्द के बावजूद बेहतरीन प्रदर्शन करते आए हैं। उन्होंने खुलासा किया कि उनके बाइसेप्स टेंडन में सूजन है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वो अंतिम मुकाबले में खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
“यह सीरीज़ अब तक मेरे लिए काफी demanding रही है – बल्ले और गेंद दोनों से,” स्टोक्स ने कहा। “थोड़ी बहुत तकलीफ रही, लेकिन यह बढ़ी नहीं। उम्मीद है कि अगले टेस्ट से पहले ये ठीक हो जाएगी। और मैं खेलूंगा – न खेलने की संभावना बेहद कम है।”
इंग्लैंड की टीम अपने तेज़ गेंदबाज़ी संयोजन में बदलाव कर सकती है। जोफ्रा आर्चर, क्रिस वोक्स या ब्रायडन कार्स को आराम देने पर विचार हो सकता है। उनके स्थान पर गस एटकिन्सन, सैम कुक, जेमी ओवरटन और जोश टंग जैसे गेंदबाज़ों को मौका दिया जा सकता है।
भारत इस समय विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की तालिका में चौथे स्थान पर है, और उनका प्रतिशत मात्र 33.33% है। ऐसे में ओवल टेस्ट जीतना न केवल सीरीज़ बराबर करने के लिए अहम होगा, बल्कि आगे की WTC रेस में खुद को बनाए रखने के लिए भी ज़रूरी है।
अब जबकि दोनों टीमें आखिरी जंग के लिए तैयार हैं, द ओवल में होने वाला यह टेस्ट एक यादगार मुक़ाबला होने जा रहा है — जहाँ संयम, साहस और चतुराई से लिया गया चयन ही जीत तय करेगा।
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