IND vs WI: भारतीय क्रिकेट टीम को पिछले ही दिनों आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद टीम इंडिया के टेस्ट भविष्य को लेकर काफी बातें हो रही है। जिसमें कप्तान रोहित शर्मा हो या टीम के सीनियर खिलाड़ी हर किसी को लेकर चर्चा हो रही है। इन्हीं चर्चा के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज को लेकर भी कुछ कम बातें नहीं हो रही है। भारत को ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज को लेकर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
वेस्टइंडीज दौरे पर कौन होगा टीम इंडिया का टेस्ट विकेटकीपर?
जब से टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत कार एक्सीडेंट के बाद से दूर हुए हैं, एक अच्छा टेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज टीम को नहीं मिल पा रहा है। इस दौरान केएस भरत को टेस्ट में टेस्ट किया गया, तो कवर के तौर पर ईशान किशन को मौका दिया जा रहा है, लेकिन भरत ने अपनी विकेटकीपिंग से काफी इंप्रेस किया है, तो वहीं बल्लेबाजी से वो पूरी तरह से फ्लॉप रहे हैं।
पंत के ना होने से सेलेक्टर्स पड़े दुविधा में
अब आगामी टेस्ट सीरीज वेस्टइंडीज के होने वाली है, जिसके लिए रिपोर्ट्स की माने तो 26 जून को सेलेक्शन होना है। विंडीज के खिलाफ होने वाली 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में किस विकेटकीपर को मौका मिलेगा, ये कहना थोड़ा मुश्किल दिख रहा है। ऋषभ पंत का तो अगले 2 से 3 महीनें रिकवरी में ही निकलने वाले हैं, ऐसे में सेलेक्टर्स को इसके लिए किसी और विकेटकीपर के सामने ही देखना होगा।
सेलेक्टर के पास होंगे ये 4 विकल्प- भरत, किशन, उनेन्द्र और संजू पर होंगी नजरें
जब बात टीम इंडिया के विकेटकीपर विकल्प की करें तो इसमें अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धीमान साहा का नाम रहता है, लेकिन साहा को अब टीम मैनेजमेंट अपनी भविष्य की योजना में नहीं देखना चाहता है, और खुद साहा ने भी दलीप ट्रॉफी में खेलने से इनकार कर दिया तो उनके आगे विचार किया जा सकता है। जिसमें बात करें तो 4 विकल्प मौजूद है, इसमें केएस भरत, ईशान किशन के अलावा उपेन्द्र यादव और संजू सैमसन हो सकते हैं। इस समय तो घरेलू क्रिकेट में ये 4 विकेटकीपर बल्लेबाज ही सेलेक्टर्स की नजरों में हैं। अब इनमें से किसे मौका दिया जाता है, ये सेलेक्टर्स के लिए सिरदर्द होने वाला है।
बीसीसीआई के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि, “हमें रिद्धि (रिद्धीमान साहा) से आगे देखना होगा। इसमें कोई शक नहीं कि वह बेहतरीन बल्लेबाज और बेहतर विकेटकीपर हैं। लेकिन वह 38 साल के हैं। वह केवल एक स्टॉप-गैप समाधान हो सकता है जो हम नहीं चाहते। हमें ईशान, भरत और उपेंद्र जैसी युवा प्रतिभाओं को विकसित करना है। वे दूसरों की तुलना में अधिक विफल होंगे लेकिन वे भविष्य हैं।”