भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट मैच भारत ने अपने नाम कर लिया है। भारत में खेली जा रही 4 मैचों की इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने बहुत ही जबरदस्त प्रदर्शन किया। जहां कंगारू टीम को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेलते हुए मैच के तीसरे ही दिन एक पारी और 132 रनों से बड़ी जीत हासिल की। इस बेहतरीन जीत में भारत के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी रवीन्द्र जडेजा ने गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया और भारत की जीत में सबसे बड़े मैच विनर खिलाड़ी बने।
नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए इस पहले टेस्ट मैच में रवीन्द्र जडेजा ने अपनी स्पिन गेंदबाजी का कमाल दिखाया। जहां उन्होंने इस मैच की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 5 बल्लेबाजों को आउट किया, साथ ही भारत को एक बड़ी बढ़त दिलाने में भी अहम योगदान देते हुए 70 रनों की पारी भी खेली। जडेजा ने इस मैच में कुल 7 विकेट चटकाएं जिन्हें मैच के बाद मैन ऑफ द मैच चुना गया। लेकिन इसके बाद भी उन्हें मैच के खत्म होते ही बुरी खबर का सामना करना पड़ा।
मैच विनर रवीन्द्र जडेजा पर चला आईसीसी का हंटर, 25 प्रतिशत मैच फीस काटी
जी हां… टीम इंडिया के इस धाकड़ ऑलराउंडर खिलाड़ी ने इस मैच में टीम के जीत की नींव रखी और गेंद और बल्ले दोनों से पूरे मैच में छाए रहे। और एक बड़ी जीत के सबसे बड़े सूत्रधार तो बने, लेकिन उन्हें तब एक बड़ा झटका लगा, जब मैच के खत्म होने के बाद आईसीसी ने अपना हंटर चलाते हुए उनकी मैच फीस का 25 प्रतिशत काट लिया गया।
पहली पारी के दौरान बिना इजाजत के क्रीम लगाने का दोषी ठहराया
दरअसल रवीन्द्र जडेजा पर मैच के पहले ही दिन गेंदबाजी के दौरान अपनी अंगुली पर अंपायर की इजाजत के बगैर पेन किलर क्रीम लगाने का दोषी ठहराया गया है। जिसे जडेजा ने भी स्वीकार कर लिया और मैच रेफरी के साथ कोई बैठक हुए बिना ये जुर्माना लगा दिया गया है।
आईसीसी के आचार संहिता के नियम-1 के तहत इस स्टार खिलाड़ी को दोषी माना गया है। जहां कोई खिलाड़ी अंपायर की इजाजत के बगैर कोई क्रीम इस्तेमाल नहीं कर सकता है। लेकिन यहां पहली पारी में जडेजा ने अंपायर से पूछे बिना ही अपनी स्पिनिंग फिंगर पर पेन रिलीफ क्रीम लगाया।
नियम-1 के उलंघन का पाया गया दोषी
आईसीसी ने अपने बयान में कहा कि, “भारत के स्पिन गेंदबाज रवीन्द्र जडेजा पर गुरुवार को नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।”
”इसके अलावा जडेजा के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। उनका यह 24 महीने की अवधि में पहला अपराध था। यह घटना ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 46वें ओवर में हुई, जब जडेजा ने मैदानी अंपायरों से अनुमति लिए बिना अपने गेंदबाजी हाथ की अंगुली की सूजन पर आराम देने वाली क्रीम लगाई।“