BEN STOKES: क्रिकेट जगत में एक से एक दिग्गज कप्तान हुए हैं। अब तक के क्रिकेट इतिहास में कुछ कप्तान तो ऐसे रहे हैं, जिनके मैदान में फैसले अपने आप में सबसे खास और अनोखे होते थे। इन कप्तानों के आगे के मूव को कोई भांप भी नहीं सकता था। इन कप्तानों में सबसे बड़ा नाम महेन्द्र सिंह धोनी का रहा है। भारत के पूर्व महान महेन्द्र सिंह धोनी की अपनी ही एक नेतृत्व शैली थी, जो उन्हें सबसे अलग बनाती है। उनकी कप्तानी करने का तरीका कुछ ऐसा रहा है कि उनके आगे के फैसले को कोई सपने में भी नहीं सोच पाता।
पूरी दुनिया जानती है महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी का जलवा
एमएस धोनी की कप्तानी में सबसे बड़ी बात उनके द्वारा लिए जाने वाले साहसिक फैसलें को माना जा सकता है। वो किसी भी मैच में परिस्थितियों के अनुसार बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी में साहसिक फैसलें लेते रहे हैं। धोनी का कप्तान करने का अपना ही तरीका होता है, और उसी शैली से उन्होंने आज पूरे वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी कप्तानी का डंका बजाया है।
हर्षा भोगले ने कर दी बेन स्टोक्स की धोनी के साथ तुलना
भारत के इस सबसे सफलतम कप्तान की तुलना किसी से हो, तो ये बात हजम नहीं हो पाती है। लेकिन क्रिकेट की जबरदस्त समझ रखने वाले भारत के मशहूर कमेंटटेर हर्षा भोगले अगर अगर किसी कप्तान की तुलना महेन्द्र सिंह धोनी के साथ कर दें तो जरूर उस कप्तान में कुछ बात होगी। हर्षा भोगले ने यहां पर इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स की तुलना धोनी जैसे लीजेंड कैप्टन के साथ कर दी है, तो साथ ही स्टोक्स की कप्तानी की तारीफ के पूल बांधें हैं।
हर्षा भोगले ने कहा, बेन स्टोक्स की कप्तानी से हूं सम्मोहित
जी हां… ‘क्रिकेट की आवाज’ कहे जाने वाले हर्षा भोगले एशेज सीरीज में बेन स्टोक्स की कप्तानी को देखकर उनकी तारीफ के लिए खुद को रोक नहीं सके और उन्होंने धोनी के साथ स्टोक्स की तुलना कर डाली। हर्षा भोगले ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि, “मुझे कई पीढ़ियों के खिलाड़ियों को देखने का मौका मिला है। और यहां ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिनके दिमाग में मैं झांकना चाहूंगा! हालिया सालों में यह एमएस धोनी रहे हैं। और अब बेन स्टोक्स हैं। जिस तरह स्टोक्स टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं, उससे मैं सम्मोहित हूं।”
स्टोक्स अपनी कप्तानी के कर रहे हैं प्रभावित
हर्षा भोगले की इस बात से साफ है कि वो बेन स्टोक्स की कप्तानी से बहुत ही ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इसकी वजह भी है। इन दिनों स्टोक्स एशेज सीरीज में अपनी टीम की अगुवायी कर रहे हैं, और पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी घोषित करने का साहसिक फैसला किया। इंग्लैंड की 8 विकेट पर 393 रन पर पारी घोषित करने के बाद उन्होंने दूसरे दिन जिस तरह से अपने गेंदबाजों का यूज किया वो भी कमाल का रहा।
इंग्लैंड की टेस्ट कप्तानी से जो रूट के इस्तीफे के बाद बेन स्टोक्स को टेस्ट की कमान सौंपी गई। इसके बाद इंग्लैंड की टीम एक अलग ही तरह का क्रिकेट खेल रही है, जिसे बैज़बॉल नाम दिया गया है। अपनी इस क्रिकेट से उन्होंने क्रिकेट पंडितों को सोचने पर मजबूत कर दिया है। टेस्ट फॉर्मेट में तेजी के साथ रन जोड़कर विरोधी टीम को दबाव में ला देते हैं। इसका प्रभाव ये रहा कि अब तक स्टोक्स ने अब तक केवल 14 टेस्ट मैच में ही कप्तानी की है, जिसमें उन्होंने 11 मैच जीते हैं, तो 3 मैचों में हार मिली है। कोई भी मैच ड्रॉ नहीं रहा है, यानी साफ है कि वो मैच के परिणाम को ध्यान में रखते हुए टफ कॉल से नहं चूकते हैं।