BCCI New President:  बीसीसीआई के नए अध्यक्ष का नाम हुआ फाइनल, दादा या भज्जी नहीं बल्कि सहवाग का पूर्व साथी बनेगा बोर्ड का आका

BCCI New President:  विश्व क्रिकेट के सबसे अमीर बोर्ड भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। एक तरफ टीम इंडिया एशिया कप में जोर अजमाइश कर रही है, तो दूसरी तरफ बीसीसीआई अपने नए अध्यक्ष की तलाश कर रही है। जिसका फैसला कुछ ही दिनों के बाद बोने वाला है और इसके लिए अब एक नाम पर मुहर लगना लगभग तय हो चुका है।

रोजर बिन्नी के 70 वर्ष पूरे होने पर अपना पद छोड़ने के बाद से ही बीसीसीआई के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा जारी है। जिसे लेकर अब तस्वीर पूरी तरह से साफ होती नजर आ रही है। जहां घरेलू क्रिकेट में एक बड़ा नाम रहे दिग्गज खिलाड़ी का बोर्ड अध्यक्ष बनना लगभग पक्का हो चुका है।

बीसीसीआई के नए अध्यक्ष की तस्वीर हुई साफ

बोर्ड के नए आका बनने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के दो पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सौरव गांगुली और हरभजन सिंह का नाम रेस में सबसे आगे माना जा रहा था, लेकिन अब इन नामों को पीछे छोड़ने हुए भारत के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग के एक पूर्व साथी खिलाड़ी का नाम सबसे आगे माना जा रहा है और पहली बार कोई अनकैप्ड खिलाड़ी बीसीसीआई का प्रेसीडेंट बनने जा रहा है।

सहवाग के पूर्व साथी मिथुन मन्हास बनेंगे बोर्ड के अध्यक्ष!

ये नाम है दिल्ली के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रहे मिथुन मन्हास का। जम्मू-कश्मीर में जन्मे मिथुन मन्हास ने भारत के लिए कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है, लेकिन इस दिग्गज बल्लेबाज को घरेलू क्रिकेट का जबरदस्त अनुभव हासिल है। वो दिल्ली की घरेलू टीम में वीरेंद्र सहवाग के साथ लंबे समय तक खेले हैं तो साथ ही आईपीएल में सहवाग की कप्तानी में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) का हिस्सा रहे हैं। अब इस दिग्गज घरेलू क्रिकेटर के नाम पर 28 सितंबर को बीसीसीआई की आम वार्षिक बैठक में मुहर लगना तय हो चुका है।

मिथुन मन्हास कर चुके हैं क्रिकेट प्रशासक के तौर पर काम

मिथुन मन्हास के अगर बोर्ड के अध्यक्ष बनते हैं तो वो तीसरे क्रिकेटर होंगे जो इस पद को संभालेंगे। इससे पहले सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी ही पूर्व क्रिकेटर होते हुए इस पद पर पहुंचे हैं। मिथुन मन्हास के करियर पर गौर करें तो वो 157 प्रथम श्रेणी मैच खेलने के साथ ही 130 लिस्ट ए मैच और 91 टी20 मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 15 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। घरेलू क्रिकेट में संन्यास के बाद वो क्रिकेट प्रशासक के तौर पर काम कर रहे हैं। जिसमें जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के साथ एडमिनिस्ट्रेशन के तौर पर काम कर चुके हैं, तो साथ ही गुजरात टाइटंस में सपोर्ट स्टाफ का भी हिस्सा रह चुके हैं।