WTC FINAL 2023: टीम इंडिया इन दिनों आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताबी मुकाबला खेल रही है। इंग्लैंड के द ओवल मैदान में खेले जा रहे इस फाइनल मैच में रोहित शर्मा एंड कंपनी को एक बार फिर से आईसीसी टूर्नामेंट में निराशा का सामना करना पड़ सकता है, जहां ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत पर एक मजबूत पकड़ बना ली है। ऐसे में एक बार फिर से टीम इंडिया को आईसीसी इवेंट का तिलिस्म जकड़ सकता है।
भारतीय टीम को नहीं मिल पा रही है आईसीसी इवेंट में कामयाबी
भारत पिछले करीब एक दशक से आईसीसी इवेंट में सूखे का सामना कर रहा है, जो खत्म ही नहीं हो पा रहा है। टीम इंडिया को आखिरी बार 2013 में महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में कामयाबी मिल सकी थी, उसके बाद से कभी भी आईसीसी इवेंट को अपने नाम नहीं कर सकी है। लगातार शानदार खेल को दिखाने वाली भारतीय टीम आईसीसी इवेंट में चूक जाती है। इसी बात को लेकर हरभजन सिंह ने बड़ा बयान दिया है। जहां उन्होंने बताया कि टीम इंडिया इन बड़े टूर्नामेंट्स में कहां पर चूक कर जाती है।
भज्जी ने भारतीय टीम की आईसीसी इवेंट नहीं जीत पाने का बताया कारण
स्टार स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए भज्जी ने कहा कि“कौशल में कोई कमी नहीं है। जितने बड़े मैच खेलेंगे, उतना ही बेहतर होगा। मुझे लगता है कि ऐसे मैचों में खुलकर खेलने की जरूरत है। हम अधिक रक्षात्मक हो रहे हैं। हमें नतीजे की परवाह किये बिना खुलकर खेलना होगा। खिलाड़ियों पर जिम्मेदारी डाल दें और वह जरूर अपना काम पूरा करेंगे। उन पर दबाव ना डाला जाये कि अच्छा नहीं खेलने पर कुछ बाहर हो जायेंगे और कुछ नहीं इससे उनका आत्मविश्वास कम हो जायेगा । ’’
कौशल की नहीं है कोई कमी, बेखौफ होकर खेले अपना खेल
हरभजन सिंह ने आगे कहा कि,‘‘उन्हें आत्मविश्वास देने की जरूरत है कि भले ही अच्छा नहीं खेल सको लेकिन अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करो। इसी तरह से कप जीते जाते हैं। बेखौफ खेलो।“
इसके अलावा टर्बनेटर के नाम से मशहूर रहे भज्जी ने आगे टीम इंडिया के सेलेक्शन को लेकर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ‘‘ मैच पांच दिन का है तो पांच दिन के हालात देखकर गेंदबाजों को चुनना होता है। अश्विन बेहतरीन गेंदबाज हैं और चार तेज गेंदबाजों की जरूरत नहीं थी। चौथा और पांचवां दिन भी पहले दिन की तरह महत्वपूर्ण होता है और यह अहम है कि उन दिनों में आप कैसे खेलते हैं।’’
“शायद मैनेजमेंट ने इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा और चार स्पिनरों को उतारा। अगर मोहम्मद सिराज या मोहम्मद शमी जैसा कोई बाहर बैठ रहा होता तब भी चार तेज गेंदबाजों को उतारना समझ में आता। अश्विन को उतारना और चार तेज गेंदबाजों की बजाय दो स्पिनरों को लेकर खेलना सही होता।’’