WTC FINAL 2023: भारतीय क्रिकेट टीम एक बार फिर से आईसीसी इवेंट के फाइनल मैच में उतरने को तैयार है। गुरुवार से आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताबी मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू होने जा रहा है। इस ग्रैंड फिनाले के लिए रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया पूरी तरह से तैयार है, जो यहां पिछले 10 सालों से आईसीसी खिताब के चले आ रहे सूखे को खत्म करने को बेकरार है। इंग्लैंड की सरजमीं पर होने वाले इस मैच में टीम इंडिया इतिहास रचने की तरफ देख रही है।
भारतीय टीम पिछले 10 साल से नहीं जीत सकी है आईसीसी ट्रॉफी
इंडियन क्रिकेट के लिए पिछले एक दशक से एक भी आईसीसी ट्रॉफी हाथ नहीं लग सकी है। पिछली बार साल 2013 में महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को अपने नाम किया था, इसके बाद से भारत ने वनडे, टी20 और टेस्ट तीनों ही फॉर्मेट में आईसीसी इवेंट में शिरकत भी की और सेमीफाइनल और फाइनल मैच भी खेले लेकिन खिताब को छू नहीं सके।
खिताबी जंग में क्या आईसीसी इवेंट नहीं जीतने का रहेगा दबाव?
इसी बात को लेकर मीडिया में पिछले 10 साल से आईसीसी खिताब नहीं जीत पाने के दबाव की बात यहां इस आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में की जा रही है। यहीं सवाल सोमवार को भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के सामने भी आया तो कोच ने साफ शब्दों में कह दिया कि उनकी टीम पर इस तरह का कोई दबाव नहीं है।
कोच राहुल द्रविड़ का जवाब, हम पर नहीं है इस बात का कोई दबाव
एक इंटरव्यू के दौरान राहुल द्रविड़ ने कहा कि, ‘‘ नहीं हम पर किसी तरह का दबाव नहीं है। मेरे कहने का मतलब है कि आईसीसी ट्रॉफी जीतने का प्रयास करने का हम किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं। निश्चित तौर पर ट्रॉफी जीतना अच्छा होगा। आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में सक्षम होना निश्चित तौर पर अच्छा होगा। लेकिन इस संदर्भ में आपको यह भी देखना होगा कि यह दो साल की कड़ी मेहनत का चरम है।’’
इसके बाद टीम इंडिया के हेड कोच ने आगे कहा कि, ‘‘ कई सफलताएं हासिल करने के बाद ही आप यहां तक पहुंचते हैं। इसलिए हमारे पास कई सकारात्मक पहलू हैं। ऑस्ट्रेलिया से सीरीज जीतना, यहां सीरीज ड्रॉ कराना, हर जगह कड़ी प्रतिस्पर्धा करना जो इस टीम के पास है।’’