
एडिलेड टेस्ट से पहले डेविड वॉर्नर की बड़ी सलाह: एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर डेविड वॉर्नर ने टीम मैनेजमेंट को एक अहम रणनीतिक सलाह दी है।
वॉर्नर का मानना है कि उस्मान ख्वाजा को फिर से पारी की शुरुआत में उतारना और ट्रैविस हेड को उनकी पसंदीदा नंबर 5 पोजीशन पर भेजना ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे मजबूत कॉम्बिनेशन होगा। उनके अनुसार, यह बदलाव इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
ऑस्ट्रेलिया फिलहाल एशेज सीरीज में 2–0 से आगे है। पर्थ और ब्रिस्बेन में लगातार दो दमदार जीत के बाद, अब 17 दिसंबर से शुरू होने वाला एडिलेड टेस्ट मेजबानों के लिए सीरीज सील करने का सुनहरा मौका है। ऐसे में टीम चयन को लेकर हर फैसला बेहद अहम हो गया है, खासकर तब जब ख्वाजा अब पीठ में ऐंठन (back spasms) से उबर चुके हैं।

ओपनिंग को लेकर बहस: फॉर्म बनाम स्थिरता
पहले दो टेस्ट मैचों में ख्वाजा की गैरमौजूदगी में ट्रैविस हेड और जेक वेदराल्ड ने ओपनिंग करते हुए दोनों मैचों में 50+ की साझेदारी की। इस प्रदर्शन के बाद यह चर्चा तेज हो गई कि क्या इस जोड़ी को बरकरार रखा जाना चाहिए।
यहां तक कि हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने भी संकेत दिए थे कि ख्वाजा को मिडिल ऑर्डर में आजमाया जा सकता है। लेकिन डेविड वॉर्नर इससे सहमत नहीं हैं।
वॉर्नर ने कहा,
“मुझे लगता है कि उज्जी (ख्वाजा) वापस आएंगे और ओपनिंग करेंगे, और ट्रैविस हेड नीचे जाएंगे। यह इंग्लैंड के लिए ज्यादा खराब स्थिति होगी—क्योंकि ट्रैविस हेड का नंबर 5 पर जाना उन्हें और खतरनाक बनाता है।”
नंबर 5 पर ट्रैविस हेड क्यों हैं ज्यादा खतरनाक?
वॉर्नर की दलील आंकड़ों पर भी आधारित है। ट्रैविस हेड का टेस्ट करियर रिकॉर्ड नंबर 5 पर शानदार रहा है:
- नंबर 5 पर औसत: 41.46
- 10 में से 8 टेस्ट शतक इसी पोजीशन पर
- एडिलेड में 3 टेस्ट शतक
हालांकि हेड ने ओपनर के तौर पर भी अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन वॉर्नर मानते हैं कि यह लॉन्ग-टर्म समाधान नहीं है।
“ट्रैविस ने टीम की जरूरत के हिसाब से ओपनिंग की और अपने अंदाज में बल्लेबाजी की। लेकिन वह खुद भी मानते हैं कि ओपनिंग ख्वाजा की जगह है,” वॉर्नर ने कहा।
भविष्य की योजना और सेलेक्टर्स की चुनौती
वॉर्नर ने साफ तौर पर कहा कि अगर भविष्य में ट्रैविस हेड को स्थायी ओपनर बनाया जाता है, तो यह जरूरी नहीं कि वह हमेशा काम करे।
“अगर यह प्रयोग फेल होता है, तो ट्रैविस को फिर नीचे भेजना पड़ेगा और सेलेक्टर्स को नया ओपनर ढूंढना होगा। यही असली सिरदर्द है,” उन्होंने जोड़ा।
38 वर्षीय उस्मान ख्वाजा ने अभी तक अपने संन्यास को लेकर कोई समयसीमा तय नहीं की है। वॉर्नर का मानना है कि उनका करियर पूरी तरह प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
“आखिरकार आपको रन बनाने ही होते हैं। अगर आप रन बनाते रहेंगे, तो आपको शानदार विदाई भी मिलेगी,” वॉर्नर ने कहा।
मैट रेनशॉ और वेदराल्ड पर भी भरोसा
ख्वाजा के बाद भविष्य को देखते हुए वॉर्नर ने मैट रेनशॉ को एक मजबूत ओपनिंग विकल्प बताया। 29 वर्षीय रेनशॉ को टेस्ट क्रिकेट का अनुभव है और वॉर्नर के अनुसार, वह सही समय आने पर सीधे टीम में फिट हो सकते हैं।
साथ ही, उन्होंने सेलेक्टर्स से जेक वेदराल्ड पर भी भरोसा बनाए रखने की अपील की, जिन्होंने हाल के मैचों में अच्छी शुरुआत दी है।
एडिलेड टेस्ट: एशेज तय होने की दहलीज पर
ऑस्ट्रेलिया के पास एडिलेड में एशेज को बरकरार रखने का बड़ा मौका है। ऐसे में ख्वाजा की वापसी और हेड को नंबर 5 पर भेजने का फैसला मैच और सीरीज दोनों का रुख तय कर सकता है।
एशेज सीरीज शेड्यूल
- पहला टेस्ट: पर्थ स्टेडियम (21–22 नवंबर) – ऑस्ट्रेलिया 8 विकेट से जीता
- दूसरा टेस्ट: गाबा (4–7 दिसंबर) – ऑस्ट्रेलिया 8 विकेट से जीता
- तीसरा टेस्ट: एडिलेड ओवल (17–21 दिसंबर)
- चौथा टेस्ट: MCG (26–30 दिसंबर)
- पांचवां टेस्ट: SCG (4–8 जनवरी)
अगर टीम मैनेजमेंट डेविड वॉर्नर की सलाह मानता है, तो एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड पर निर्णायक बढ़त बनाते हुए एशेज सीरीज अपने नाम कर सकता है।
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