IPL 2024: इंडियन प्रीमियर लीग के 17वें एडिशन में हर दिन, हर मैच में रनों की जबरदस्त बारिश हो रही है। जहां कईं बल्लेबाज अपना जलवा दिखा रहे हैं। इन बल्लेबाजों में रन मशीन विराट कोहली का धमाकेदार प्रदर्शन इस सीजन देखने को मिल रहा है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने आईपीएल के इस सीजन में रविवार को अपने 500 रन पूरे किए। वो इस सत्र में 500 रन के आंकड़ें तक पहुंचने वाले पहले बल्लेबाज बने। विराट कोहली का बल्ला इस वक्त उफान पर है और वो ऑरेंज कैप की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं।
विराट कोहली अपनी स्ट्राइक रेट के लिए किए जाते हैं टारगेट
इंटरनेशनल क्रिकेट से लेकर आईपीएल हर जगह कोहली का बल्ला अलग ही लेवल पर बोलता है। टी20 क्रिकेट में वो एक बहुत ही प्रभावशाली बल्लेबाज रहे हैं, लेकिन स्ट्राइक रेट के मामले में विराट कोहली अक्सर ही आलोचकों के निशानें पर आ जाते हैं। विराट कोहली टी20 क्रिकेट फॉर्मेट में जिस तेजी से रन बनते हैं, वैसा नहीं बना पाने के कारण हमेशा ही अपनी स्ट्राइक रेट को लेकर टारगेट किए जाते रहे हैं। इस आईपीएल सीजन में विराट कोहली ने 500 रन बना लिए हैं, लेकिन उन्होंने ये रन 147.49 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। ऐसे में उन्हें आलोचकों के द्वारा रिकॉर्ड्स के लिए खेलने वाला बल्लेबाज करार दिया जाता रहा है।
विराट कोहली ने स्ट्राइक पर तोड़ी चुप्पी, आलोचकों को दिया करारा जवाब
गुजरात टाइटंस के खिलाफ शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाने में खास योगदान देने के बाद विराट कोहली ने अपनी स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाने वाले लोगों को करारा जवाब दिया है। विराट कोहली ने मैदान में अपने खेलने के तरीके और अपनी उपोयोगिता के बारे में बड़ी बात करते हुए अपने आलोचकों को मुंह तोड़ जवाब दिया है। विराट कोहली ने आखिरकार अपनी स्ट्राइक रेट पर अपनी चुप्पी तोड़ ही दी।
बाहर बैठकर बातें करना आसान, मैदान में जीत दिलाने के खेलता हूं- कोहली
उन्होंने अपनी स्ट्राइक रेट को लेकर कहा कि, “कुछ लोग मेरे स्ट्राइक रेट पर सवाल खड़े करते हैं। वे बात करते हैं कि मैं स्पिन को अच्छा नहीं खेल पा रहा हूं, लेकिन जब मैं मैदान पर होता हूं, तो मेरा फोकस सिर्फ मैच जीतने पर होता है, ना कि पर्सनल रिकॉर्ड बनाने पर। कई लोग हैं कि अंदर कमरे में बैठकर मेरे स्ट्राइक रेट का मजाक बनाते हैं, लेकिन यहां मैदान पर क्या चल रहा है, यह वही बता सकता है, जो यहां खेल रहा है। अंदर बैठकर किसी टॉपिक पर बात करना काफी आसान है, लेकिन असलियत कुछ और ही होता है।“