
Afghanistan Cricket: अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ होने वाली आगामी टी20 ट्राई-सीरीज़ से अपना नाम वापस लेने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है।
यह त्रिकोणीय सीरीज़ नवंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में आयोजित होने वाली थी, लेकिन 17 अक्टूबर 2025 को पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के उरगुन ज़िले में किए गए हवाई हमले के बाद हालात पूरी तरह बदल गए।
इस हमले में अफगानिस्तान के तीन घरेलू क्रिकेटर—कबीर, सिबग़तुल्लाह और हारून—की मौत हो गई। इनके साथ पाँच अन्य नागरिक भी मारे गए और सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इस दुखद घटना ने पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया है।
पाकिस्तान पर “कायराना हमला” करने का आरोप
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने आधिकारिक एक्स (X) अकाउंट पर शोक-संदेश जारी करते हुए पाकिस्तानी हमले को “कायराना कार्रवाई” बताया। बोर्ड ने कहा:
“अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड पक्तिका प्रांत के उरगुन ज़िले के बहादुर क्रिकेटरों की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त करता है। उन्हें पाकिस्तानी शासन द्वारा किए गए एक कायराना हमले में निशाना बनाया गया।”
वे आगे लिखते हैं:
“इस दर्दनाक घटना में हमारे तीन खिलाड़ी (कबीर, सिबग़तुल्लाह और हारून) सहित पाँच अन्य नागरिक शहीद हुए हैं, जबकि सात लोग घायल हैं।”
एसीबी ने स्पष्ट कहा कि इस भीषण त्रासदी के मद्देनज़र वे पाकिस्तान के साथ होने वाली टी20 सीरीज़ में शामिल नहीं होंगे।

शहीद खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि और सम्मान
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि उनकी भागीदारी को वापस लेना शहीद खिलाडियों और नागरिकों के प्रति सम्मान और एकजुटता का प्रतीक है। बोर्ड के बयान में यह भी उल्लेख था कि जब तक इस मामले पर स्पष्ट अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया नहीं मिलती, तब तक पाकिस्तान के साथ किसी भी क्रिकेटीय संबंध को जारी रखना उचित नहीं होगा।
बयान के अनुसार:
“इस दुखद घटना की प्रतिक्रिया स्वरूप और पीड़ितों के सम्मान में, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आगामी ट्राई-नेशन टी20 सीरीज़ से हटने का फैसला किया है।”
राशिद खान का समर्थन
अफगानिस्तान के स्टार ऑलराउंडर और दुनिया भर में मशहूर खिलाड़ी राशिद खान ने भी इस निर्णय का जोरदार समर्थन किया। उन्होंने एक्स पर लिखा:
“मैं एसीबी के पाकिस्तान के खिलाफ आगामी मैचों से हटने के निर्णय का स्वागत करता हूँ। इस कठिन समय में मैं अपने लोगों के साथ खड़ा हूँ। हमारी राष्ट्रीय गरिमा सबसे ऊपर होनी चाहिए।”
राशिद खान की यह प्रतिक्रिया न केवल खिलाड़ियों की भावनाओं को दर्शाती है बल्कि अफगानिस्तान की खेल-संस्कृति और राष्ट्रीय स्वाभिमान को भी मजबूत स्वर में प्रस्तुत करती है।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से X (ट्विटर) शोक संदेश
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) उरगुन ज़िले, प्रांत पक्तिका के बहादुर क्रिकेटरों की दुखद शहादत पर गहरा शोक और संवेदना व्यक्त करता है। इन खिलाड़ियों को आज शाम पाकिस्तानी शासन द्वारा किए गए कायराना हमले में निशाना बनाया गया।
इस हृदयविदारक घटना में उरगुन ज़िले के तीन क्रिकेटर — कबी़र, सिबगतुल्लाह और हारून — सहित पाँच अन्य देशवासी शहीद हो गए, जबकि सात लोग घायल हुए हैं। ये खिलाड़ी पक्तिका प्रांत की राजधानी शराना में एक मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच खेलने गए थे। घर लौटने के बाद जब वे एक सभा में शामिल थे, तभी उन पर हमला किया गया।
ACB इस घटना को अफगानिस्तान की खेल बिरादरी, खिलाड़ियों और क्रिकेट परिवार के लिए एक बड़ी क्षति मानता है। बोर्ड शहीदों के परिजनों और पक्तिका प्रांत की जनता के प्रति गहरी संवेदना और एकजुटता प्रकट करता है।
इस दुखद घटना के विरोधस्वरूप और शहीदों के सम्मान में, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने निर्णय लिया है कि वह नवंबर के अंत में निर्धारित पाकिस्तान से जुड़ी त्रिकोणीय टी20 श्रृंखला में भाग नहीं लेगा।
अल्लाह (SWT) शहीदों को जन्नत में उच्च स्थान प्रदान करें, घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें, और शहीद परिवारों को इस गहन दुख की घड़ी में सब्र, हिम्मत और इनाम प्रदान करें।
إنا لله وإنا إليه راجعون (हम अल्लाह के हैं और उसी की ओर लौटने वाले हैं)
राजनीतिक और कूटनीतिक असर
यह फैसला केवल खेल से जुड़ा नहीं है बल्कि इसका सीधा संबंध अफगानिस्तान-पाकिस्तान संबंधों से भी है। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बना रहा है, खासकर सीमा सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर।
अफगानिस्तान द्वारा ट्राई-सीरीज़ से हटना एक बड़ा कूटनीतिक संदेश माना जा रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस विवाद से खेल जगत में एक नई बहस शुरू होगी।
ट्राई-सीरीज़ पर संकट
इस सीरीज़ में पाकिस्तान मेज़बान था और श्रीलंका तीसरी टीम के रूप में शामिल होने जा रहा था। अफगानिस्तान के हटने के बाद आयोजकों के सामने एक बड़ी चुनौती है—या तो किसी नई टीम को शामिल किया जाए या सीरीज़ को स्थगित किया जाए। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की तरफ़ से भी इस घटना पर संवेदना व्यक्त की गई है।
घरेलू क्रिकेटरों की मौत से मची हलचल
कबीर, सिबग़तुल्लाह और हारून अफगानिस्तान की घरेलू क्रिकेट संरचना का अहम हिस्सा थे। वे अपने-अपने प्रांतों में लगातार क्रिकेट खेल रहे थे और राष्ट्रीय टीम के संभावित दावेदारों में गिने जाते थे। उनकी मौत ने देश के क्रिकेट समुदाय को हिला कर रख दिया है।
उरगुन में रहने वाले कई क्रिकेटरों और कोचों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इन तीनों खिलाड़ियों ने अफगान क्रिकेट के भविष्य के लिए सपने संजोये थे। परिवारों को सरकारी मदद और मुआवज़ा दिए जाने की मांग भी उठ रही है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की उम्मीद
एसीबी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और अन्य बोर्डों से इस घटना पर ध्यान देने की अपील की है। अफगानिस्तान चाहता है कि खेल को निशाना बनाने वाली किसी भी कार्रवाई की निंदा हो और क्रिकेटरों की सुरक्षा को वैश्विक प्राथमिकता माना जाए।
अफगानिस्तान का यह कदम केवल एक खेल आयोजन से पीछे हटना नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सम्मान, मानवीय संवेदना और शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि का प्रतीक है। कबीर, सिबग़तुल्लाह और हारून की शहादत ने देश के हर क्रिकेट प्रेमी को झकझोर दिया है। इस घटना ने साबित कर दिया कि युद्ध और हमलों की आग में खेल भी सुरक्षित नहीं।
अब दुनिया की निगाहें इस बात पर होगी कि पाकिस्तान, श्रीलंका और आईसीसी इस हालात को किस तरह संभालते हैं, और क्या अफगानिस्तान को न्याय व सम्मान दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे या नहीं।
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