R Ashwin: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज आर अश्विन ने अपने करियर में एक और खास मुकाम को हासिल कर लिया है। टीम इंडिया के लिए पिछले करीब 12 साल से प्रमुख स्पिन गेंदबाज की भूमिका अदा कर रहे इस दिग्गज स्पिन गेंदबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जा रही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन शानदार गेंदबाजी करते हुए अपने इंटरनेशनल करियर में बड़े मील के पत्थर को हासिल करते हुए 700 इंटरनेशनल विकेट लेने का कारनामा किया। जिसके साथ ही वो भारत की ओर से 700 विकेट पूरे करने वाले तीसरे गेंदबाज बने।
आर अश्विन ने पूरे किए इंटरनेशनल क्रिकेट में 700 विकेट
वेस्टइंडीज के डोमिनिका में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच के पहले दिन अश्विन ने एक और विकेट का पंजा निकाला और 60 रन देकर 5 विकेट लेते हुए वेस्टइंडीज की पहली पारी को 150 रन पर ढेर करने में खास भूमिका अदा की। इस बेहतरीन गेंदबाजी से उन्होंने ना केवल 700 इंटरनेशनल विकेट पूरे किए बल्कि वो इस मुकाम तक पहुंचने वाले मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे सबसे तेज विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं।
अश्विन का मुकाम हासिल कर फिर से छलका WTC फाइनल में जगह ना मिलने का दर्द
विंडीज के खिलाफ इस शानदार प्रदर्शन के बाद आर अश्विन को एक बार फिर से पिछले महीनें आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में जगह ना मिलने वाला दर्द याद आ गया। उन्होंने फाइनल मैच में ना लेने की बात को याद करते हुए अपने इस दर्द को बयां किया और अश्विन ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि अगर उन्हें वहां पर मौका मिलता तो वो इस दौरान अपना खास योगदान देने से पीछे नहीं रहते।
इस खास मुकाम को हासिल करने के बाद आर अश्विन ने कहा कि, ”डब्लूटीसी फाइनल को जीतना मेरे करियर का सबसे बड़ा प्वाइंट होता। मैं ऐसा होने में महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकता था। लेकिन मुझे मौका नहीं मिला। हम पहले दिन ही बहुत पीछे रह गए।”
अब उस पल से बाहर निकलकर आगे बढ़ने का है वक्त
इसके बाद उन्होंने इस पल से बाहर निकलने की बात कही। उन्होंने कहा कि, ”क्या हुआ उस पर बात करने से कोई अंतर पैदा नहीं होने वाला है। वहां पर अटके नहीं रहना चाहिए। फील्ड पर बेहतर प्रदर्शन करके ही आप आगे बढ़ सकते हो।”