Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक में भारत की महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट को डिसक्वालीफाई करने के बाद से पिछले 3 दिन से पूरे भारतीय खेल जगत को हिलाकर रख दिया है। फ्रांस की राजधानी में खेले जा रहे खेलों से इस सबसे बड़े महाकुंभ में भारत की बेटी विनेश फोगाट महिला कुश्ती 50 किग्रा स्पर्धा में लगातार 3 मैच जीतने के बाद फाइनल में पहुंच गई थी, लेकिन फाइनल मैच से ठीक पहले विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर पेरिस ओलंपिक से बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिसके बाद से भारतीय खेल जगत में भूचाल आ गया है।
विनेश फोगाट के सपोर्ट में भारतीय खिलाड़ी भी शामिल
भारत की 29 वर्षीय महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने अपने जबरदस्त खेल के दम पर भारत को गोल्ड मेडल दिलाने की तैयारी कर ली थी। उन्होंने कुश्ती की वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी को मात देकर फाइनल में जगह बनायी थी, लेकिन फाइनल से ठीक पहले विनेश फोगाट को 100 ग्राम ओवरवेट होने की वजह से ओलंपिक संघ ने अयोग्य घोषित कर दिया। इसके बाद से पूरे खेल जगत में विनेश को बाहर करने का मामला एक बड़ा रूप लेता जा रहा है, जिसके बाद से भारत में गुस्से का उबाल है और पूरे देश विनेश के साथ खड़ा नजर आ रहा है।
सचिन तेंदुलकर ने किया विनेश फोगाट का सपोर्ट
अभी पिछले ही दिन भारत के महान बल्लेबाज रहे लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने विनेश मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, जिसके बाद अब भारत के ही पूर्व महान बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर विनेश के सपोर्ट में उतरे हैं। सचिन तेंदुलकर ने भले ही अपने रिएक्शन में देरी कर दी, लेकिन उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया के जरिए विनेश फोगाट को डिसक्वालीफाई करने को लेकर बड़ी बात कही है, जहां उनका मामना है कि विनेश को सिल्वर मेडल दिया जाए।
सचिन ने कहा- विनेश से सिल्वर मेडल छिन लेना समझ से है परे
भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा कि, “हर स्पोर्ट्स के कुछ रूल्स होते हैं। इन नियमों के संदर्भ को देखने की जरूरत है। ये भी हो सकता है कि उन्हें एक बार फिर से मौका मिल सकता था। इससे पहले भी वजन के आधार पर खिलाड़ियों को डिसक्वालिफाई किया गया है। लेकिन इसके लिए सिल्वर मेडल छीन लेना, ये समझ के परे है।“
विनेश सिल्वर मेडल की है हकदार- सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने आगे कहा कि, “अगर कोई खिलाड़ी ड्रग्स लेकर लेता है और उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाता तो ये समझ में आता है। ऐसे हालात में खिलाड़ियों को पदक नहीं मिलना चाहिए और अंतिम स्थान मिलना चाहिए। वहीं, विनेश ने फाइनल में पहुंचने के लिए टॉप के दो पहलवानों को हराया है। वो रजत पदक की हकदार हैं।“