यजुवेन्द्र चहल ने अभि कुछ दिन पहले ही एक सन सनी खेज खुलासा करते हुए बताया था कि आई पी एल सीजन 2013 में मुम्बई इंडियन्स के उनके कुछ साथि खिलाड़ि ने नेशे कि हालत में उन्हे पंद्रहमें मंजिल कि बालकनि से नीचे लटका दिया था । जो कि एक बेहद शर्मनाक घटना है । चहल के इस खुलासे के बाद अब धीरे-धीरे लोगो से इस बात पर प्रक्रिया मिल रही है ।
चहल ने जो बताया उस हिसाब से घटना कुछ इस प्रकार हुई थी कि 2013 में मैच के बाद खिलाड़ियों को गेट टुगेदर के लिए एक साथ बुलाया गया । उन्हीं में से एक खिलाड़ि जो काफि नशा कर रखा था ने चहल को थोड़ी देर घुरा और फिर उन्हें बालकनि में ले गया और पंद्रहवि मंजिल के बालकनि से नीचे टांग दिया ।
चहल ने ये बयान करते हुए बताया कि इस घटना के वक्त वो काफि डर गये थे और उन्होंने उस खिलाड़ि का गला जोर से पकड़ रखा । हलांकि यह सब ज्यादा देर तक नही चला और बाॅकि के साथी खिलाड़ि जल्द ही वहां पहुॅच गये और बीच बचाव किया मगर चहल के बयान के मुताबिक वो लगभग बेहोश से हो गये थे और साथि खिलाड़ियों ने उन्हें पानि पिलाकर नार्मल स्थिति में लाया ।
फिर चहल ने बताया कि वो इस घटना को आज तक नहिं भुल पाये है और सायद कभि भुल भी नहीं पायेंगे । हलांकि चहल ने बताया कि वे उस खिलाड़ि का नाम नहीं लेना चाहेंगे । चहल ने बताया कि इस घटना के बाद मुझे लगा कि हम्ेां हर वक्त कितनि जिम्मेदारी के साथ जिना होता है । चहल के इस तरह के बयान के बाद क्रिकेट जगत में जैसे प्रतिक्रियाओं का दौर तेज हो गया है ।
प्रतिक्रियाओं के दौर में सबसे पहले सहवाग ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सबसे पहले तो चहल को उस खिलाड़ि का नाम बताना चाहिये और फिर उस खिलाड़ि कठोर से कठोर बैधानिक कार्यवाहि होनि चाहिये । और सहवाग ने क्रिकेट जगत में इस तरह कि घटना के लिए चिंता जतायी है ।
इस घटना को लेकर अब इंडियन टिम के पूर्व कोच रवि शास्त्रि का भी बयान आया है । उन्होंने कहा है कि चहल को उस खिलाड़ि का नाम बताना चाहिये, और ऐसेे खिलाड़ि पर कठोरतम कार्यवाही करते हुए आजिवन प्रतिबंध लगना चाहिये । और उसे रीहैब सेंटर भेज देना चाहिये, आगे उन्होंने कहा कि जब यह खिलाड़ि मैदान से दुर रहेगा फिर उसे पता चलेगा यह सब कितना गलत है ।