मोहम्मद शामी ने चयनकर्ता अजीत अगरकर पर साधा निशाना – फिटनेस बहाने की पोल खोली

भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शामी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए ODI और T20I टीम से बाहर किए जाने के बाद चयन प्रक्रिया और टीम प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं। शामी के बयान ने मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के दावों से बिल्कुल अलग तस्वीर पेश की है।

Ajit Agarkar
Ajit Agarkar

अगरकर ने क्या कहा था?

टीम चयन के समय अजीत अगरकर ने शामी की गैरमौजूदगी पर कहा कि उनके पास शामी की फिटनेस को लेकर कोई नया अपडेट नहीं है, और पिछले कुछ समय में शामी ने बहुत कम मैच खेले हैं।

अगरकर ने मीडिया से कहा था:

“मेरे पास कोई नया अपडेट नहीं है। उन्होंने दलीप ट्रॉफी खेली, लेकिन पिछले कुछ सालों में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला। एक मैच बंगाल के लिए और एक दलीप ट्रॉफी में था। हम उनकी क्षमता जानते हैं, लेकिन उन्हें और मैच खेलने की जरूरत है।”

शामी का पलटवार – “किसी ने मुझसे पूछा ही नहीं”

शामी ने इस बयान को सीधे नकारते हुए टीम प्रबंधन पर संवादहीनता का आरोप लगाया।

“भारतीय टीम ने मेरी फिटनेस के बारे में मुझसे कभी बात ही नहीं की। मेरी जिम्मेदारी नहीं है उन्हें अपडेट देना — उन्हें पूछना चाहिए। अगर मैं चार दिवसीय क्रिकेट खेल सकता हूं तो 50 ओवर का मैच क्यों नहीं? अगर मैं अनफिट होता तो NCA में होता, रणजी ट्रॉफी में नहीं,” शामी ने कहा।

रणजी ट्रॉफी से देंगे जवाब

ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर किए जाने के बाद शामी अब 2025–26 रणजी ट्रॉफी में खेलेंगे। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) ने पुष्टि की है कि वह 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले सीजन में कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन के नेतृत्व में बंगाल के लिए खेलेंगे।

यानी अगर फिटनेस मुद्दा होता, तो वह चार दिवसीय घरेलू क्रिकेट में शामिल नहीं होते।

फिटनेस नहीं, कम्युनिकेशन की दिक्कत”

शामी ने साफ कहा कि उनकी फिटनेस पर कभी सवाल ही नहीं था। उनका मानना है कि दिक्कत टीम मैनेजमेंट और सिलेक्टर्स की तरफ से हुई बात-चीत की कमी है।

उनके अनुसार चार दिवसीय क्रिकेट खेलना इस बात का सबूत है कि वह 50 ओवर का क्रिकेट आसानी से खेल सकते हैं।

Mohammed Shami
Mohammed Shami

आखिरी बार भारत के लिए कब खेले थे?

शामी ने आखिरी बार भारत के लिए 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लिया था:

  • बांग्लादेश के खिलाफ शुरुआती मैच में 5 विकेट लिए
  • अगले दो मुकाबलों में विकेट नहीं मिला
  • सेमीफाइनल और फाइनल में शानदार वापसी की

इसके बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के दौरे में शामिल नहीं किया गया।

सवाल उठे: गलती फिटनेस में या चयन नीति में?

शामी की बातों ने चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर वह अनफिट होते तो NCA में होते, न कि रणजी खेलने के लिए तैयार।

दूसरी ओर, अगरकर का बयान संकेत देता है कि चयनकर्ता चाहते थे कि शामी पहले घरेलू क्रिकेट में निरंतर खेलें।

आगे क्या होगा?

35 वर्षीय मोहम्मद शामी भारत के सबसे अनुभवी और भरोसेमंद तेज गेंदबाज़ों में से एक हैं। अगर वह रणजी ट्रॉफी में दमदार प्रदर्शन करते हैं, तो चयनकर्ताओं पर उन्हें वापस टीम में शामिल करने का दबाव बढ़ सकता है।

फिलहाल यह मामला सिर्फ चयन विवाद नहीं, बल्कि टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के बीच संवाद की कमी का बड़ा संकेत बन चुका है।

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