Shubman Gill
Shubman Gill

इंग्लैंड में टेस्ट मैच जीतने वाले भारतीय कप्तानों की सूची | भारतीय कप्तानों का ऐतिहासिक अवलोकन: भारतीय क्रिकेट का इतिहास महान उपलब्धियों, प्रेरणादायक कहानियों और अविश्वसनीय बदलावों से भरा पड़ा है।

लेकिन जब बात इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट मैच जीतने की आती है, तो वह उपलब्धि और भी खास हो जाती है। इंग्लैंड, जिसे क्रिकेट का जन्मस्थान कहा जाता है, वहाँ टेस्ट मैच जीतना किसी भी विदेशी टीम के लिए एक बड़ी चुनौती होती है।

तेज़ पिचें, बादली मौसम, ड्यूक गेंद और घरेलू टीम का अनुभव — ये सभी कारक किसी भी विदेशी टीम के लिए एक कठिन परीक्षा साबित होते हैं।भारत ने इस परीक्षा को कई बार पास किया है, और ऐसा करने के पीछे एक बड़ा श्रेय उन कप्तानों को जाता है जिन्होंने अपने नेतृत्व में टीम को विजयी बनाया।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे इंग्लैंड में टेस्ट मैच जीतने वाले भारतीय कप्तानों के बारे में, जिन्होंने न सिर्फ मैदान पर रणनीतिक समझ दिखाई, बल्कि पूरे देश को गर्व से भर दिया।

भारत बनाम इंग्लैंड: एक ऐतिहासिक संघर्ष

भारत ने 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उस समय भारत एक नवोदित टीम थी और इंग्लैंड वर्ल्ड क्रिकेट का पावरहाउस। लेकिन समय के साथ भारत ने न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित किया, बल्कि इंग्लैंड में जाकर उन्हें उनके घर में हराकर इतिहास रचा।

इंग्लैंड में जीतना इसलिए भी कठिन होता है क्योंकि वहां की परिस्थितियाँ भारतीय खिलाड़ियों के अनुकूल नहीं होतीं। जहां भारत में स्पिन और फ्लैट पिचों पर बल्लेबाज़ी आसान होती है, वहीं इंग्लैंड में स्विंग और सीम मूवमेंट बल्लेबाज़ों की कड़ी परीक्षा लेती है।

अब तक की भारत की इंग्लैंड में टेस्ट जीत

भारत ने इंग्लैंड में कुल 11 टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है, जो कि विभिन्न 8 कप्तानों के नेतृत्व में आई हैं। ये जीतें अलग-अलग दौर में मिली हैं, जब भारतीय क्रिकेट अपने विभिन्न विकास चरणों में था।

1. अजित वाडेकर (Ajit Wadekar) – 1971

स्थान: द ओवल

परिणाम: भारत ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हराया

अजित वाडेकर ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया, वह सिर्फ एक टेस्ट जीत नहीं थी – यह आत्मविश्वास और वैश्विक पहचान की शुरुआत थी। 1971 में द ओवल पर मिली यह जीत भारत की इंग्लैंड में पहली टेस्ट जीत थी और पहली टेस्ट सीरीज़ जीत भी।

यह जीत सुनील गावस्कर, भागवत चंद्रशेखर और इरापल्ली प्रसन्ना जैसे दिग्गजों के योगदान से संभव हुई। अजित वाडेकर की शांत और कुशल कप्तानी ने टीम को एकजुट रखा और इतिहास रच दिया।

2. कपिल देव (Kapil Dev) – 1986

स्थान: लॉर्ड्स (5 विकेट से जीत), हेडिंग्ले (279 रन से जीत)
1983 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव ने अपनी आक्रामक सोच और लीड-फ्रॉम-द-फ्रंट शैली से भारत को इंग्लैंड में 2 टेस्ट जीत दिलाई और 2-0 से सीरीज़ अपने नाम की। हेडिंग्ले में 279 रन से मिली जीत भारतीय टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी विदेशी जीतों में से एक थी।

इस दौरे में दिलीप वेंगसरकर, मोहिंदर अमरनाथ और चेतन शर्मा जैसे खिलाड़ियों का योगदान भी उल्लेखनीय रहा। कपिल की कप्तानी ने इंग्लैंड को उनकी ही धरती पर घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।

3. सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) – 2002

स्थान: हेडिंग्ले
परिणाम: भारत ने इंग्लैंड को 212 रन से हराया
गांगुली का युग भारतीय क्रिकेट में आत्मविश्वास और आक्रामक सोच का प्रतीक रहा। 2002 में हेडिंग्ले में मिली जीत इस मानसिकता का बेहतरीन उदाहरण थी। इस टेस्ट में राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और खुद गांगुली की शतकीय पारियों ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं थी, बल्कि इंग्लैंड में भारतीय टीम के मनोबल और आक्रामकता की वापसी का प्रतीक बनी।

 4. राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) – 2007

स्थान: द ओवल
परिणाम: भारत ने इंग्लैंड को 7 विकेट से हराया
राहुल द्रविड़ को “द वॉल” के नाम से जाना जाता है और उन्होंने अपनी कप्तानी में भी वही स्थिरता दिखाई। 2007 की यह जीत संयम, रणनीति और धैर्य का परिणाम थी। ज़हीर खान और अनिल कुंबले जैसे सीनियर खिलाड़ियों का अनुभव टीम के लिए वरदान साबित हुआ।

यह जीत भारत को सीरीज़ 1-0 से जिताने में निर्णायक रही।

5. एमएस धोनी (MS Dhoni) – 2014

स्थान: लॉर्ड्स
परिणाम: भारत ने इंग्लैंड को 95 रन से हराया
28 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद भारत को लॉर्ड्स में जीत मिली, और इसके पीछे था धोनी का शांतचित्त और रणनीतिक नेतृत्व। इस टेस्ट में इशांत शर्मा ने 7 विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी।

धोनी की कप्तानी में भारत ने न सिर्फ जीत हासिल की, बल्कि युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भी भरा।

6. विराट कोहली (Virat Kohli) – 2018 और 2021

स्थान: ट्रेंट ब्रिज (2018), लॉर्ड्स (2021), द ओवल (2021)
परिणाम: तीन टेस्ट जीत

विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने इंग्लैंड में सबसे अधिक (3) टेस्ट जीत दर्ज की हैं। कोहली की कप्तानी के समय भारत की तेज गेंदबाज़ी यूनिट (बुमराह, शमी, सिराज, ईशांत) दुनिया की सबसे ख़तरनाक गेंदबाज़ी लाइनअप में गिनी जाती थी।

2021 की लॉर्ड्स जीत में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की बल्लेबाज़ी भी चर्चा में रही, जिसने इंग्लैंड को बैकफुट पर ला दिया।

7. शुभमन गिल (Shubman Gill) – 2025

स्थान: एजबेस्टन

परिणाम: भारत ने इंग्लैंड को 336 रन से हराया
महत्व:
2025 की यह जीत शुभमन गिल की कप्तानी में आई, जो उनका पहला इंग्लैंड दौरा था बतौर कप्तान। गिल ने अपनी रणनीतिक सोच और शांत नेतृत्व से भारत को एजबेस्टन में पहली टेस्ट जीत दिलाई। इस मैच में यशस्वी जायसवाल और कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन किया।

गिल की यह जीत भारतीय क्रिकेट के नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।

इंग्लैंड में टेस्ट मैच जीतने वाले भारतीय कप्तानों की सूची

कप्तानवर्षस्थाननतीजा
अजित वाडेकर1971द ओवलभारत जीता 4 विकेट से
कपिल देव1986लॉर्ड्स, हेडिंग्लेभारत जीता 5 विकेट और 279 रन से
सौरव गांगुली2002हेडिंग्लेभारत जीता 212 रन से
राहुल द्रविड़2007द ओवलभारत जीता 7 विकेट से
एमएस धोनी2014लॉर्ड्सभारत जीता 95 रन से
विराट कोहली2018, 2021ट्रेंट ब्रिज, लॉर्ड्स, द ओवल3 टेस्ट जीत
शुभमन गिल2025एजबेस्टनभारत जीता 336 रन से

कुल मिलाकर उपलब्धि

  • कुल टेस्ट जीत (इंग्लैंड में): 11
  • कुल कप्तान जिन्होंने जीत दिलाई: 8
  • सबसे सफल कप्तान: विराट कोहली (3 जीत)
  • सबसे बड़ी जीत: शुभमन गिल की कप्तानी में 336 रन से (2025)

निष्कर्ष: एक प्रेरणा और गर्व की कहानी

इंग्लैंड में टेस्ट जीतना सिर्फ एक क्रिकेट मैच जीतने की बात नहीं है, यह नेतृत्व, धैर्य, संयम और देश के लिए गर्व लाने का प्रतीक है।

अजित वाडेकर से शुभमन गिल तक, हर कप्तान ने अपने युग में टीम को एक नई दिशा दी, खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया और भारत को गौरवान्वित किया।

इन जीतों ने भारतीय क्रिकेट को यह विश्वास दिलाया कि हम किसी भी परिस्थिति में, किसी भी विरोधी को उसके घर में हरा सकते हैं। ये सभी कप्तान आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा हैं।

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