Yashasvi Jaiswal Test Century: ओवल में खेले जा रहे पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में दोनों टीमें अब निर्णायक मोड़ पर पहुँच गई हैं। तीसरे दिन के खेल के बाद भारत ने जहाँ 373 रनों की मजबूत बढ़त ले ली है, वहीं इंग्लैंड को जीत के लिए अभी भी 324 रन बनाने हैं। भारत की ओर से यशस्वी जायसवाल के शानदार शतक और इंग्लैंड की ओर से जोश टंग की जबरदस्त गेंदबाजी ने मैच को दिलचस्प बना दिया है।

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भारत ने तीसरे दिन बेहद शानदार प्रदर्शन किया, जहाँ उनके बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के सामने एक मुश्किल लक्ष्य खड़ा किया, और आखिरी गेंद पर मोहम्मद सिराज ने ज़ैक क्रॉली को आउट कर दिया। इस तरह, ओवल में खेले जा रहे अंतिम टेस्ट मैच में भारत का प्रदर्शन लगभग परफेक्ट रहा।

हालांकि मुकाबले का परिणाम अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन अब चौथा दिन इस सीरीज़ का रोमांचक समापन साबित होने वाला है।

भारत ने तीसरे दिन की शुरुआत 52 रनों की बढ़त को आगे बढ़ाने के इरादे से की, जहां यशस्वी जैसवाल क्रीज़ पर सेट थे और आकाश दीप नाइटवॉचमैन के रूप में उनका साथ दे रहे थे।

हैरानी की बात यह रही कि आकाश दीप ने तेज़ शुरुआत करते हुए अपने टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर 66 रन बनाया और जैसवाल के साथ 107 रनों की साझेदारी की — जो इस मैच की अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी रही है।

Yashasvi Jaiswal Test Century: यशस्वी जेसवाल का करिश्माई शतक

भारतीय युवा बल्लेबाज़ जो अपने सीनियर खिलाडिओं के साथ खेल कर उनके हुनर को अपनाते हुए  यशस्वी जेसवाल ने एक बार फिर अपने बल्लेबाज़ी कौशल का लोहा मनवाया।

उन्होंने दूसरी पारी में 164 गेंदों पर शानदार 118 रन बनाकर भारत को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया। उनके इस प्रदर्शन ने भारत को 373 रनों की विशाल बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

जेसवाल ने अपनी बल्लेबाज़ी को लेकर कहा:

“यह हमारी इस सीरीज़ की आखिरी पारी थी, इसलिए मानसिक रूप से मैं पूरी तरह तैयार था। मुझे पता था कि इस पिच पर कैसे खेलना है। मेरा इरादा था गेंदबाज़ों पर दबाव बनाना और मौका मिलने पर रन बनाना।” उन्होंने बताया कि वह हमेशा सकारात्मक सोच के साथ बल्लेबाज़ी करते हैं और स्थिति के अनुसार अपने खेल को ढालते हैं।

आकाश दीप के साथ साझेदारी ने बदला मैच

जेसवाल को दूसरे दिन के अंत में नाइटवॉचमैन के रूप में उतरे आकाश दीप का बेहतरीन साथ मिला। आकाश ने ना सिर्फ क्रीज़ पर समय बिताया बल्कि 66 रनों की अहम पारी खेली।

दोनों के बीच 107 रनों की साझेदारी ने भारत को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया।

जेसवाल ने उनकी सराहना करते हुए कहा:

“आकाश ने शानदार बल्लेबाज़ी की। वह अच्छी तरह से डिफेंड कर रहे थे और जब ज़रूरत पड़ी तो स्ट्रोक भी खेले। हमारी बातचीत मैदान पर सिर्फ एक ही बात को लेकर थी – हम साझेदारी को जितना लंबा खींच सकें, उतना अच्छा।”

अलग-अलग परिस्थितियों में सीख रहे हैं जेसवाल

इस सीरीज़ में जेसवाल का यह दूसरा शतक है। इसके साथ ही वह चार अर्धशतक भी लगा चुके हैं। उन्होंने पिछले घरेलू सीज़न में भी 712 रन बनाकर सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ का खिताब हासिल किया था।

अपने अनुभवों को साझा करते हुए जेसवाल ने कहा:

“जब आप टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं, तो अलग-अलग परिस्थितियों में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड – हर जगह की परिस्थितियाँ अलग होती हैं। विकेट, मौसम और खेल का मिज़ाज – सब कुछ बदल जाता है।”

इंग्लैंड की चुनौती: जीत के लिए चाहिए 324 रन

दूसरी ओर इंग्लैंड की टीम अब भी मैच में बनी हुई है। उन्हें जीत के लिए 324 रन और बनाने हैं और उनके पास 8 विकेट शेष हैं। तीसरे दिन के अंत में ज़क क्रॉली आउट हो चुके थे और क्रिस वोक्स चोटिल हैं। ऐसे में इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी पर दारोमदार है। तेज़ गेंदबाज़ जोश टंग, जिन्होंने इस मैच में 5 विकेट लेकर भारत की दूसरी पारी को समेटा, उन्होंने कहा:

“हमें ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं है। मैंने हेडिंग्ले टेस्ट में भी यही कहा था कि हम लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं। हमारी बल्लेबाज़ी यूनिट सकारात्मक है और हम यह लक्ष्य भी हासिल कर सकते हैं।”

जोश टंग की सीख और प्रदर्शन

जोश टंग ने इस सीरीज़ में बेहतरीन गेंदबाज़ी की है। उन्होंने ओवल टेस्ट की पहली पारी में भले ही थोड़ी कमजोर शुरुआत की थी, लेकिन उन्होंने जल्द ही वापसी की और दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर 125 रन दिए।

उन्होंने कहा:

“पहला ओवर तो जैसे भूल ही गया। लेकिन मैं खुश हूं कि मैंने विकेट लिए और टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया। मेरा उद्देश्य हमेशा यही होता है कि मैं टीम के लिए योगदान दे सकूं।”

अब किसका पलड़ा भारी?

चौथे दिन का खेल निर्णायक हो सकता है। भारत के पास मज़बूत गेंदबाज़ी लाइन-अप है – जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर जैसे गेंदबाज़ पूरे जोश में हैं।

वहीं, इंग्लैंड की बैटिंग लाइनअप भी किसी से कम नहीं है – जो रूट, बेयरस्टो और बेन स्टोक्स जैसे धुरंधर खिलाड़ी क्रीज़ पर डटे रहे तो मैच किसी भी दिशा में जा सकता है।

निष्कर्ष:

ओवल टेस्ट अब बेहद रोमांचक मोड़ पर है। भारत के पास सीरीज़ 2-2 से बराबर करने का मौका है, जबकि इंग्लैंड 3-1 से जीतने की स्थिति में है।

यशस्वी जेसवाल का शतक और जोश टंग की गेंदबाज़ी इस मैच की सबसे बड़ी कहानियाँ बनकर उभरी हैं। अब चौथे दिन की सुबह यह तय करेगी कि कौन सी टीम इस ऐतिहासिक सीरीज़ का विजयी अंत करती है।

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